गम्हरिया (संवाददाता): अरका जैन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ फार्मेसी द्वारा 61वां राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह में “उद्योग-शैक्षणिक संबंधों का महत्व” विषय पर 14 से 19 नवंबर 2022 के बीच छः दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित किया गया। उक्त अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एमओयू पार्टनर्स, आईक्यूएसी और आईसीसीसी के सहयोग से आयोजित किया गया ।
फार्मेसी सप्ताह की शुरुआत कुलपति प्रो (डॉ) एस एस रज़ी, निदेशक अमित कुमार श्रीवास्तव, निदेशक-परिसर डॉ अंगद तिवारी, कुलसचिव जसबीर सिंह धंजल, स्कूल ऑफ़ फार्मेसी के डीन डॉ ज्योतिर्मय साहू द्वारा फार्मेसी ध्वजारोहण के साथ की गई, जिसमें अरका जैन विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्षों के साथ स्कूल ऑफ फार्मेसी के छात्र-छात्राएं मौजूद थे। इस अवसर पर फार्मेसी के छात्रों ने एक ईमानदार फार्मासिस्ट बनने की शपथ ली।
प्रेक्षागृह में हाइब्रिड मोड पर संगोष्ठी का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया जिसमें स्वागत भाषण अरका जैन विश्वविद्यालय के अंग्रेजी सहायक प्रोफेसर डॉ मनोज पाठक ने दिया। । डॉ. एस. एस. रज़ी कुलपति; श्री अमित कुमार श्रीवास्तव निदेशक; श्री जसबीर सिंह धंजल, रजिस्ट्रार एवं डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. अंगद तिवारी ने उनकी शुभकामनाएं व्यक्त की ।
स्कूल ऑफ़ फार्मेसी के डीन डॉ. ज्योतिर्मय साहू ने राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह के उद्देश्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह फार्मेसी के क्षेत्र में फार्मा बिरादरी के योगदानों को स्वीकार करने और सम्मान जताने के लिए हर साल नवंबर के तीसरे सप्ताह में आयोजित किया जाता है । संगोष्ठी के मुख्य अतिथि फोर्ट्स (इंडिया) लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री एस.वी. वीर रमणी, संगोष्ठी के मुख्य संरक्षक सैन पेड्रो कॉलेज, फिलीपींस के प्रेसिडेंट, सिस्टर ऐडा टी फ्रेंसिलो ने भी उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। मुख्य वक्ता श्री. धर्मेंद्र सिंह, सदस्य, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने आयोजकों को बधाई दी। आयोजन के छः दिनों में छात्रों के द्वारा पोस्टर प्रस्तुतियां दी गईं और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गए। टेक्निकल सेशन्स में बीज वक्ताओं के द्वारा उद्योगों और संस्थाओं की आपसी जरूरतों और चुनौतियों पर वक्तव्य दिए गए । सम्बद्ध संस्था सैन पेड्रो कॉलेज, फिलीपींस के प्रोफेसर इरविन फॉलर, डॉ इयान ऐस पकाइओ , प्रो. जैकलीन पडिला, नानावटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मुंबई के प्राचार्य डॉ. मुनीरा मोमिन, डॉ. विकास कुमार नायक, वरिष्ठ जनरल प्रबंधक-संचालन, अरबिंदो फार्मा लिमिटेड, विशाखापत्तनम; डॉ प्रवीण थग्गीकुप्पे कृष्णमूर्ति, जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, तमिलनाडु; डॉ. आर. वाडिवेलन, जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, तमिलनाडु और श्री सरवन कुमार कॉर्पोरेट क्यूए हेड फोर्ट्स (भारत) लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड तमिलनाडु इस संगोष्ठी के बीज वक्ता एवं रिसोर्स पर्सन्स थे। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के डॉ सजलेंदु घोष विशिष्ट अतिथि थे जिन्होंने वैज्ञानिक पोस्टर का मूल्यांकन किया। लगभग सत्तर प्रतिभागियों ने अपने समीक्षात्मक और मौलिक शोध पत्र प्रस्तुत किए और साथ ही विभिन्न विषयों पर पोस्टर प्रस्तुतियों के माध्यम से शोध कार्य का दृष्टान्त प्रस्तुत किये । पूरी संगोष्ठी फार्मेसी संकाय के सहायक प्रोफेसर शुभश्री साहू द्वारा समन्वयित किया गया और संकाय के ही छात्रा बिदिशा सत्पथी और सृष्टि श्रेया द्वारा सञ्चालन किया गया । धन्यवाद ज्ञापन प्रो सुमंत सेन ने दिया और प्रतिदिन राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।