उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों, खासतौर से कुमाऊं क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने से मंगलवार को 11 और लोगों की मौत हो गयी. बारिश के कारण कई मकान ढह गये और कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं. कई भूस्खलनों के कारण नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कों के अवरुद्ध होने से इस लोकप्रिय पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है. वहीं, केरल के 11 जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट (मूसलाधार बारिश की चेतावनी) जारी की है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में पत्रकारों को बताया कि मंगलवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गयी, जबकि बादल फटने और भूस्खलनों के बाद कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही उत्तराखंड में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या 16 हो गयी है. सोमवार को पांच लागों की मौत हुई थी.
मुख्यमंत्री धामी ने आश्वस्त किया कि सेना के तीन हेलीकॉप्टर राज्य में चल रहे राहत एवं बचाव अभियानों में मदद करने के लिए जल्द पहुंचेंगे. विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को बचाने के लिए इनमें से दो हेलीकॉप्टरों को नैनीताल और एक को गढ़वाल क्षेत्र में भेजा जायेगा. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे घबरायें नहीं. सभी लोगों को सुरक्षित निकाला जायेगा. जो भी जरूरी कदम उठाने की जरूरत है, सरकार उठायेगी.