सात माह बाद श्रद्धालु 8 अक्टूबर से मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए राज्य के तमाम मंदिरों में कोविड-19 के गाइडलाइन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। एसडीओ कृति श्री जी ने बुधवार को रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर परिसर का जायजा लिया और हर हाल में सोशल डिस्टेंस का कड़ाई से पालने करने का निर्देश दिया। मंदिर में कोई भी भक्त बिना मास्क के प्रवेश नहीं कर सकेंगे। साथ ही सभी को अपने हाथों को सैनिटाइज भी करना होगा। माता के दर्शन के लिए एक बार में पांच लोग ही गर्भगृह में प्रवेश कर सकेंगे।
सुबह की मंगल आरती के बाद श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा पट
स्थानीय पुजारियों के अनुसार, छिन्नमस्तिका मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए लगभग सात महीने यानी कुल 234 दिनों तक बंद रहा। लेकिन पुजारियों द्वारा हर दिन नियमित पूजा अर्चना की जा रही है। इसलिए किसी प्रकार की विशेष आयोजन की जरूरत नहीं है। सुबह मंगल आरती के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। पुजारियों ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूजा अर्चना कराने के लिए समुचित जगह उपलब्ध है। इसलिए हमलोग सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करवाएंगे। क्यू कंपलेक्स में 150 तो मंदिर कैंपस में 100 श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस के साथ लाइन में खड़ा किया जाएगा।