नई दिल्ली: कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी छिन गई है…सोमवार को उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया. उन्होंने कहा है कि मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है…मैं दोपहर को राज्यपाल से मुलाकात करूंगा…येदियुरप्पा ने भावुक होते हुए कहा कि दोपहर के भोज के बाद राज्यपाल को इस्तीफा सौपेंगे.
आपको बता दें कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का इस्तीफा तब हुआ है, जब आज ही कर्नाटक की भाजपा सरकार को दो साल पूरे हुए हैं. येदियुरप्पा ने इस्तीफे के फैसले के बाद कहा कि उन्हें कर्नाटक के लोगों के लिए काफी काम करना है. हम सभी को मेहनत के साथ काम करने की जरूरत है…वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं.
इधर संसद भवन में जेपी नड्डा-अमित शाह की बैठक जारी है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के नए सीएम के नाम पर चर्चा चल रही है.
यहां चर्चा कर दें कि बीएस येदियुरप्पा के दिल्ली पहुंचकर पीएम मोदी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद से ही सूबे में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा तेज थी. बताया जा रहा है कि चार बार के मुख्यमंत्री और लिंगायत समुदाय के दिग्गज नेता येदियुरप्पा को हटाकर किसी और समुदाय के नेता को प्रदेश की कमान देने से भाजपा को कर्नाटक के अगले चुनाव में नुकसान हो सकता है.
राजनीति के जानकारों का मानना है कि भाजपा के इस फैसले से कर्नाटक में भाजपा की स्थिति पर असर पड़ने के आसार हैं. इससे पहले बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा था कि वह सीएम पद पर रहेंगे या नहीं, सोमवार तक पता चल जायेगा…78 वर्षीय नेता ने आगे कहा था कि वह अगले 10-15 साल तक भाजपा के लिए काम करना जारी रखेंगे.
कर्नाटक में कोई राजनीतिक संकट नहीं : इस बीच कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को वहां किसी राजनीतिक संकट से इनकार किया था और कहा कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा अपने तरीके से चीजें संभाल रहे हैं.
मुरुगेश निरानी लेंगे जगह : मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की जगह मुरुगेश निरानी ले सकते हैं. अचानक उनकी दिल्ली यात्रा ने कर्नाटक की राजनीति में बदलाव के संकेत दिये हैं. उनका कहना है कि यह उनकी निजी यात्रा है. इस यात्रा के दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से हो रही मुलाकात कुछ और ही इशारा करती है.