Ranchi : कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के चपेट में आने की आशंका को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट है और अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है. इसे लेकर सदर हॉस्पिटल में चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड भी बनाया जा रहा है. जहां पर बच्चों के लिए आइसीयू के 20 बेड होंगे. जिसमें 3 वेंटीलेटर बेड, 17 बेड सीपैप (नान इंवैसिव वेंटीलेटर) वाले और 40 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट वाले होंगे.
ये वार्ड केवल उन बच्चों के लिए होगा जो कोरोना से संक्रमित होंगे. डीएस डॉ एस मंडल ने बताया कि वार्ड में गैस पाइपलाइन का काम तेजी से चल रहा है. जिससे हर बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था होगी. जल्दी ही बच्चों के लिए चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड बन कर तैयार हो जायेगा.
5 डॉक्टर तैनात, तीन और मांगे
चाइल्ड वार्ड में ड्यूटी के लिए 8 डॉक्टर्स का शिड्यूल तैयार किया गया है. जिसमें पांच डॉक्टर हॉस्पिटल में पेडियाट्रिक्स के पहले से हैं, जबकि 3 और डॉक्टरों की मांग हेल्थ डिपार्टमेंट से की गयी है. इन डॉक्टरों को जल्द ही वेंटीलेटर ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके बाद आइसीयू ऑपरेशन की भी जानकारी सभी को दी जायेगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से वे निपट सकें. साल बाद बना बच्चों का आईसीयू
सदर हॉस्पिटल की शुरुआत अगस्त 2017 में हुई थी। जिसमें पहले 150 बेड का मैटरनिटी और 50 बेड का चाइल्ड वार्ड शुरू किया गया था। इसके बावजूद इस हॉस्पिटल में बच्चों के लिए तो दूर बड़ों के लिए भी आईसीयू की सुविधा नहीं थी। कोरोना काल में जब गंभीर मरीज बढ़ने लगे तो आनन-फानन में सेकेंड वेव के दौरान 60 बेड का आईसीयू कोरोना के मरीजों के लिए बनाया गया। वहीं हॉस्पिटल के सभी बेड चालू किए गए।
अब छोटे बच्चों के लिए चार साल बाद आईसीयू का निर्माण कराया जा रहा है। बताते चलें कि इससे पहले हॉस्पिटल में बच्चों के लिए आईसीयू की सुविधा नहीं थी। वहीं गंभीर बच्चों को रिम्स व प्राइवेट हॉस्पिटल्स में बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया जाता था।