कोडरमा: झारखंड सहित पूरे देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना से जहां एक ओर लोगों की मौत हो रही है, वहीं दूसरी ओर इस महामारी से लोग स्वस्थ भी हो रहे हैं। कोरोना को दूर भगाने के लिए लोगों में अलग-अलग धारणाएं भी बन गई हैं। लोग अंधविश्वास में कहीं पूजा कर रहे हैं तो कहीं बलि दे रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी को बचाव और इलाज के जरिये ही दूर किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लाेग मास्क पहनें और शारीरिक दूरी का पालन करें। इस अंधविश्वास के क्रम में आज कोडरमा में एक साथ 400 बकरों की बलि दे दी गई।
कोडरमा जिले के चंदवारा प्रखंड अंतर्गत ग्राम उरवां स्थित देवी मंदिर में बुधवार सुबह से आस्था के नाम पर आडंबर का खेल जमकर चल रहा है। देवी माता के मंदिर में कोरोना को शांत करने के लिए हवन, पूजन, आरती का दौर चल रहा है। महिलाएं भक्ति गीत गा रही हैं। बात देवी माता को खुश करने की हो और बेजुबानों की बलि ना चढ़े, ऐसा भला कैसे हो सकता है। शुरुआत बांगते हुए मुर्गे की बलि से की गई। फिर एक के बाद एक बकरों की बलि पड़ती रही।
गांव के मठाधीशों ने एक परिवार के पीछे एक बकरे की बलि निर्धारित की थी। गांव में करीब 500 हंड़िया हैं, इनमें लगभग 80 फीसद लोग कोरोना वायरस को दूर भगाने के लिए देवी माता को खुश करने को बकरे की बलि चढ़ा रहे हैं। इससे पहले लोगों ने गांव के मंदिर का रंग रोगन भी किया था और पांच संध्या मंदिर में पाठ की थी। पाठ का समापन आज हुआ। इसके बाद हवन किया गया। हवन के पश्चात बलि की शुरुआत की गई। इस संबंध में ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव में कोरोना ना फैले, इसीलिए माता की पूजा सामूहिक रूप से की जा रही है। वहीं गांव के पुरुष इसपर प्रतिक्रिया देने से बचते रहे।