रांची : रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में भर्ती रिटायर्ड फौजी के परिजनों की लापरवाही ने पूरे न्यूरो सर्जरी विभाग के साथ-साथ कई अन्य लोगों को भी मुश्किल में डाल दिया है. परिजनों की इस गलती के कारण चिकित्सक, नर्स, अस्पतालकर्मी से लेकर कई अन्य लोगों की भी परेशानी बढ़ा दी है. बतादें कि कोकर के रहने वाले एक रिटायर्ड फौजी को न्यूरो की समस्या के कारण एक सप्ताह पूर्व मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां 31 मई को जांच के लिए उसका सैंपल लिया गया था. लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही परिजनों ने उसे रिम्स में भर्ती करा दिया था. 2 जून को उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया, मगर परिजनों ने रिपोर्ट को डॉक्टरों से छुपाए रखा और मरीज का इलाज कराता रहा. कोरोना से अनजान डॉक्टर और नर्स मरीज का इलाज करते रहे. इसी दौरान आज मरीज की मौत हो गई.
मरीज की मौत के बाद उसके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी डॉक्टरों को दी गई, जिसके बाद से रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में हड़कंप मच गया. डॉक्टर, नर्स समेत अन्य मरीजों व अस्पताकर्मियों में दहशत का माहौल है. परिजनों की इस बड़ी लापरवाही ने कई लोगों को मुश्किल में डाल दिया है. घटना के बाद रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के आईसीयू को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. मालूम हो कि डॉ अनिल की देखरेख में मरीज का इलाज चल रहा था.
इस घटना के बाद रिम्स के चिकित्सकों ने जिला प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज की जानकारी जिला प्रशासन ने अस्पताल को क्यों नहीं दी. पॉजिटिव मरीज के वर्तमान स्थिति की जानकारी जिला प्रशासन को भी कैसे नहीं मिली.