रांची: झारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन में बिखराव की शुरुआत हो गयी है। राज्य में यूपीए गठबंधन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है। जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रथम महिला आदिवासी उम्मीदवार होने के कारण द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया।
जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन ने इस आशय की घोषणा करते हुए बताया कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश को आजादी के बाद पहली किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त होने वाला है। इसलिए पार्टी सम्यक विचार-विमर्श के बाद द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने का निर्णय लेती है। शिबू सोरेन ने जेएमएम के सभी सांसदों और विधायकों को निर्देश दिया है कि वे आगामी 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करें।
इससे पहले जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन की अध्यक्षता में पार्टी सांसदों-विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी, जिसमें चुनाव में समर्थन के मसले पर निर्णय लेने के लिए शिबू सोरेन को अधिकृत किया गया था। वहीं इस मसले पर चर्चा के लिए जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पिछले दिनों दिल्ली गये थे और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। जिसके बाद यह अटकल लगाया जा रहा था कि जेएमएम राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को ही समर्थन करेगा।
वहीं राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने 4 जुलाई को रांची दौरे के क्रम में एनडीए सांसदों-विधायकों के साथ बैठक करने के बाद जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन से भी मुलाकात करने पहुंची। उस दौरान द्रौपदी मुर्मू की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात हुई थी और जिस अंदाज में हेमंत सोरेन ने द्रौपदी मुर्मू को झुकर प्रमाण किया था, उसी वक्त यह तय माना जा रहा था कि जेएमएम का समर्थन एनडीए प्रत्याशी को ही मिलेगा।
इधर, जेएमएम के इस फैसले से सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आरजेडी नेताओं में भी नाराजगी उत्पन्न हो सकती है, लेकिन फिलहाल संख्या बल को देखते हुए इस बात कम ही संभावना है कि हेमंत सोरेन सरकार की सेहत पर कोई फर्म पड़े। वहीं जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देवघर दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे थे और पीएम मोदी ने हेमंत सोरेन की पीठ थपथपाई थी, उसे देख कर आने वाले समय में झारखंड में राजनीतिक परिवर्त्तन की संभावना भी बढ़ गयी है।