रांची: जेएसएससी जूनियर इंजीनियर परीक्षा के पूर्व क्वेशन पेपर लीक मामला की जांच की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का राजभवन के समीप अनिश्चिकालीन धरना शुरू हो गया। धरना में बैठे आंदोलनकारी छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने पेपर लिक मामले पर जांच करने वाले एसआईटी पुलिस प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि धांधली वाली जेएसएससी जूनियर इंजीनियर परीक्षा को अविलंब रद्द किया जाय। वर्तमान परीक्षा एजेंसी को ब्लेक लिस्ट किया जाय। किसी विश्वसनीय एजेंसी से जूनियर इंजीनियर परीक्षा तीन महीने के अंदर पुनः ऑनलाइन सीबीटी मोड में संचालित हो। उन्होंने मांग की कि प्रश्न पत्र लीक में संलिप्त सभी अधिकारियों पर कानूनी करवाई हो। श्री महतों ने कहा कि जूनियर इंजीनियर प्रश्न पत्र लीक मामले में शामिल आरोपी गिरिडीह निवासी रंजीत मंडल को नामकुम पुलिस ने ओडिशा के क्योंझर से गिरफ्तार किया है। रंजीत ने अपराध की संलिप्तता भी स्वीकार किया है। सरकार अब तत्काल परीक्षा रद्द करे।
झारखंड में नौकरी बेचा जाता है ये बात सामने आया है। 3 जुलाई से लगातार आंदोलन के माध्यम से दावा ठोका जा रहा है कि प्रश्नपत्र लीक मामला में झारखंड में बहुत बड़ा माफिया का गैंग है। जिसमें बिहार, उड़ीसा और दिल्ली के माफिया के साथ जेएसएससी अधिकारी भी शामिल है। एक अभ्यर्थी को 15-20 लाख रुपए लिया मांगा जा रहा है जो आज प्रशासन के माध्यम से भी खुलासा किया गया। प्रश्न पत्र लीक कांड में जेएसएससी अधिकारी के शामिल हुए बिना इतना बड़ा अपराधिक काम को अंजाम देना संभव नहीं है। देवेंद्र नाथ महतो ने यह भी कहा कि जूनियर इंजीनियर प्रश्न पत्र लीक मामला से सबक लेते हुए जेएसएससी जेई परीक्षा रद्द करते हुए शामिल सभी अपराधी को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई किया जाय। उन्होंने मांग किया कि आनेवाला जेएसएससी सीजीएल समेत सभी सरकारी विभाग में खाली पड़े लगभग 3 लाख 50 हजार 721 पदों में होने वाली नियुक्ति प्रक्रिया दो चरणों में ऑनलाइन परीक्षा हो। अन्यथा झारखंड के उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।