ज्ञानवापी प्रकरण में सुनवाई के दौरान वाराणसी कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा को उनके पद से हटा दिया है. उन पर सर्वे के दौरान एक पक्ष की बात करने का आरोप लगा है. साथ ही, उन पर मीडिया में बातों को लीक करने का भी आरोप लगा है. उन पर सर्वे के दौरान जानकारी लीक करने का आरोप लगा है. ये भी कहा गया है कि उनकी तरफ से एक प्राइवेट कैमरामैन रखा गया था जो मीडिया को जानकारी दे रहा था. उनके व्यवहार को गैर जिम्मेदाराना बताया गया है.
ज्ञानवापी परिसर के सर्वे और वीडियोग्राफी के लिए सिविल कोर्ट की ओर से नियुक्त किए गए कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा को हटा दिया गया है. अजय मिश्रा पर मीडिया में सर्वे से संबंधित जानकारी लीक करने का आरोप है. इसके चलते ये कार्रवाई की गई है. अब कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट पेश करने के लिए दो दिन का और समय दिया है. मीडिया में जानकारी देते हुए यह बताया गया है कि अधिवक्ता कमिश्नर को हटाने के पीछे का कारण यह है कि वह सहयोग नहीं कर रहे थे.