सरायकेला: चक्रवात यास का असर झारखंड के दक्षिणी जिलों पूर्वी सिंंहभूम, पश्चिमी सिंंहभूम, सरायकेला – खरसावां और सिमडेगा में विशेष रूप से दिख रहा है। कोल्हान के तीनों जिलों में जहां बारिश हो रही है, वहीं सिमडेगा जिले में बादल छाए हुए हैं। यही हाल राजधानी रांची का भी है।
यहां भी सुबह से आसामान में बादल उमड़ रहे हैं। सरायकेला- खरसावां जिले के डीसी अरवा राजकमल ने मंगलवार शाम मीडिया को बताया कि झारखंड में चक्रवात का केंद्र बिन्दु सरायकेला खरसावां जिला हो सकता है। मालूम हो कि पहले पूर्वी सिंंहभूम को केंद्र बिन्दु माना जा रहा था। चक्रवात से सरायकेला- खरसावां जिले में सर्वाधिक बर्बादी की आशंका है। ऐसे में जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है।
उपायुक्त ने बताया कि ताजा हालात के अनुसार झारखंड में सरायकेला के मध्य भाग से होकर चक्रवाती तूफान गुजरेगा । लिहाजा 26 और 27 मई को इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा। उपायुक्त ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे इन दों दिनों तक अपने घरों में सुरक्षित रहे और बहुत आवश्यक होने पर ही अपने घरों से निकले। उपायुक्त ने बताया कि विषम परिस्थितियों से निपटने को लेकर पटना से एनडीआरएफ की दो टीमें बुलाई गई हैं जो जिला मुख्यालय और गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय में तैनात रहेगी। किसी भी जानकारी या सूचना प्राप्त होने पर तत्काल टीम को वहां भेजा जाएगा।