रांची: ओरमांझी में हाथियों के झुंड ने रविवार की रात सिकिदिरी थाना अंतर्गत हेसातु पंचायत के मैल घोंघसा गांव में जमकर उत्पात मचाया।हाथियों के उत्पात से खेत में लगे धान के बिचड़े और मक्के की फसल बर्बाद हो गई।उत्पात के दौरान हाथियों ने गांव के सोहराई गंझू और मोहराई गंझू के एक एकड़ खेत में लगे मक्के की फसल व रामा गंझू के खेत में लगे धान के बिचड़े को रौंद कर बर्बाद कर दिया।इस के बाद हाथियों के झुंड ने सिकिदिरी- हुंडरू पथ के किनारे कच्चा केला पकाने के लिए लगाए गए प्लांट के चहारदीवारी को भी चार जगह तोड़ कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।प्लांट में रात्रि प्रहरी के रूप में कार्यरत किशुन गंझू ने किसी तरह वहां से भाग कर अपनी जान बचाई।इस के अलावा भी हाथियों ने खेत में लगे कई किसानों की फसलों को रौंद कर बर्बाद कर दिया।
ग्रामीणों के अनुसार रात को फसल बर्बाद करने के बाद हाथियों का झुंड सुबह होते ही बगल के ही कारो जंगल की ओर चला गया और वहीं डेरा जमाए हुए है।जानकारी मिलने के बाद सोमवार को वनपाल सुमंत वर्णवाल,शिव नारायण महतो और वन प्रबंध सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सह हेसातु पंचायत के पूर्व पंसस महेश गंझू गांव जाकर प्रभावित किसानों से मिले और नुकसान का जायजा लिया।इस दौरान वनपाल सुमंत वर्णवाल ने विभाग की ओर से और महेश गंझू ने अपनी ओर से मैलघोंघसा,सारू बेड़ा, कुसुम टोली,पिपरा टोली,मिर्चा टोली गांव के ग्रामीणों के बीच हाथी भगाने के लिए पटाखे,लाइट व केरोसिन का वितरण किया। प्रभावित किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।क्षेत्र में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है।
हाल के दिनों में हाथियों के झुंड ने कुच्चू पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बुटगोड़ा और उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय हुंडरू जारा में धावा बोलकर दारवाज और खिड़की तोड़ कर विद्यालय में बच्चों के लिए रखे गए मिड डे मील के अनाज को खाकर बर्बाद कर दिया।इस के अलावा कई घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।हाथियों के लगातार उत्पात से ग्रामीण दहशत में हैं।शाम होते ही लोग अपने-अपने घरों में दुबक जाते हैं। ग्रामप्रधान बालेशवर बेदिया ने बताया कि ग्रामीणों के दिलों में हथियों का भय इस कदर समाया हुआ है कि ग्रामीण रातजगा करने को लाचार हो गए हैं।ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग हाथियों को क्षेत्र से भगाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं कर रहा है।