झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर एक महिला मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला. इस कारण उसके परिजन उसे चादर में लपेटकर एंबुलेंस तक लाए. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. ये महिला मरीज दिल्ली से विमान से रांची पहुंची थी. अव्यवस्था की पोल खोलती ये तस्वीर उस रांची एयरपोर्ट की है, जिसे ग्राहक संतुष्टि सर्वे में देश के 55 एयरपोर्ट में पहला स्थान मिल चुका है. रांची एयरपोर्ट की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी है. इसमें कहा गया है कि एयर एशिया के अधिकारियों द्वारा मरीज को ह्वील चेयर की सुविधा दी गयी थी. मरीज के पुत्र ने जल्दबाजी और बाहर एंबुलेंस खड़ा होने की बात कह चादर निकाली और एयरपोर्ट के कर्मियों के सहयोग से वे एंबुलेस तक पहुंचे. इस दौरान डॉक्टर मौजूद थे.
रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर यात्री सुविधाओं के नाम पर कैसी व्यवस्था है. इसकी पोल उस समय खुल गयी, जब विमान से दिल्ली से रांची पहुंची एक बीमार महिला यात्री को स्ट्रेचर तक नसीब नहीं हो सका. मजबूरन उसके परिजन चादर में ही उसे लपेटकर एंबुलेंस तक लाए. उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. रांची एयरपोर्ट की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि सभी यात्रियों को उचित सुविधाएं उपलब्ध कराने को एयरपोर्ट अथॉरिटी प्रतिबद्ध है. महिला मरीज को भी हर सुविधाएं देने को लेकर तत्परता बरती गयी. न केवल ह्वील चेयर की सुविधा दी गयी, बल्कि डॉक्टरों की मौजूदगी में मरीज को एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया. इस मामले से जुड़ी खबर को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने खेद व्यक्त किया है.