झारखंड के देवघर जिले के त्रिकूट पहाड़ रोपवे हादसे में फंसे लोगों के लिए चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन मंगलवार दोपहर करीब 12.30 बजे पूरा हो गया। फंसे सभी 46 लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक महिला नीचे गिर गई। उसका इलाजा के दौरान मौत हो गयी। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई। इनमें से एक बचाव के दौरान हेलिकॉप्टर से नीचे गिर गया था। इससे पहले देवघर के उपायुक्त ने जानकारी दी है कि एयरफोर्स व एनडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटी हुई थी। दुर्घटना के बाद NDRF, ITBP, वायुसेना और बीएसएफ के जवान लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में लगातार जुटे हुए हैं।
झारखंड हाईकोर्ट ने 25 अप्रैल तक जांच रिपोर्ट मांगी
झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत ने देवघर में रोपवे हादसे पर स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने राज्य सरकार से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 25 अप्रैल को मांगी है। कोर्ट ने कहा कि वर्ष 2009 में इस तरह की गड़बड़ी हुई थी, लेकिन उससे सबक नहीं लिया गया और दोबारा घटना हुई है। इस दौरान राज्य सरकार की ओर महाधिवक्ता ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए है। बचाव एवं राहत कार्य जोरों पर है। अब कुछ लोग ही फंसे हैं जिन्हें निकाला जा रहा है।
रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, ‘रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है। दुर्भाग्य से इस हादसे में हमने कुछ लोगों को खो दिया। अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों की मदद करने वाले एयरफोर्स, आर्मी, NDRF और ITBP के जवानों तथा प्रशासन को सलाम करता हूँ। शीघ्र मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा हताहत होने वाले लोगों को मदद हेतु निर्णय लिया जाएगा।’