धनबाद के रिकवरी एजेंट उपेन्द्र सिंह पर हजारीबाग के बरही में गोली चली है. हालांकि वे इस घटना में बाल-बाल बच गए हैं. हमलावर दो बाइक पर धनबाद से उनका पीछा करते आए थे. गोली चलाने के बाद वे अपनी बाइक से फरार हो गए. बताया जा रहा है कि वे पांच की संख्या में थे. हमलावरों के निशाने से सुरक्षित बचे उपेन्द्र सिंह ने गोली चलाने वालों को वासेपुर (धनबाद) के गैंगस्टर प्रिंस खान का गुर्गा बताया है. फायरिंग की ये घटना गुरुवार को बरही चौक से आगे धमना बाईपास के पास स्थित एक लाइन होटल में घटी. बरही थाना में मामला दर्ज किया गया है.
गोली चलने से पहले पत्नी चिल्लाई
मिली जानकारी के अनुसार खुद को रिकवरी एजेंट बताने वाले धनबाद के विनोद बिहारी महतो चौक निवासी उपेन्द्र अपनी अधिवक्ता पत्नी रुणी कुमार व सोलह वर्षीय पुत्र के साथ बिना नंबर की ब्रेजा कार से अपने गांव बक्सर (बिहार) जा रहे थे. घटना के समय वे खाना खाने के लिए जीटी रोड के किनारे लाइन होटल में रुके थे. खाना का ऑर्डर देकर उपेन्द्र सिंह अपना मोबाइल देख रहे थे. तभी हमलावर होटल में घुसे व पिस्टल निकाल लिया. इससे पहले की फायर करते, पत्नी रुणी की नजर पड़ गयी और वह चिल्ला उठी.
पत्नी के चिल्लाते ही उपेन्द्र सिंह ने खतरा भांप कर झट से कुर्सी उठा लिया और हमलावर की पिस्टल से खुद को बचाने का प्रयास करने लगे. हमलावर ने फायर किया, पर दोनों बार गोली कुर्सी से लगी और छिटक कर दीवार में जा लगी. इससे पहले कि हमलावर तीसरा फायर करते, पिस्टल की मैगजीन निकल कर नीचे गिर गयी. अचानक हुई फायरिंग से होटल में अफरा-तफरी मच गयी. आसपास के लोगों को आते देखकर हमलावर भाग निकले.
वारदात की सूचना मिलते ही बरही थाना प्रभारी घटना स्थल पर पहुंचे और हमलावरों का पीछा किया, पर वे पुलिस के हाथ नहीं लगे. थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि घटना स्थल से 9 एमएम का दो खोखा, एक मैगजीन व मैगजीन में 9 एमएम का एक कारतूस बरामद हुआ है. उपेन्द्र सिंह व उनकी पत्नी व पुत्र दोनों सुरक्षित हैं. उनके बयान पर बरही थाना में प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उपेन्द्र सिंह ने बताया कि उन पर 22 मार्च 2018 को भी हमला हुआ था. उनके पेट में 10 गोलियां मारी गई थीं. पिछली दीवाली में प्रिंस खान ने उन्हें उड़ा देने की धमकी दी थी.