धनबाद: जिले की पुलिस तेज गति से वाहन चलानेवालों के खिलाफ अभियान चला रही है, लेकिन लोगों को पता ही नहीं है कि उन्हें अधिकतम किस गति से वाहन चलाना है। ज्यादातर सड़कों पर स्पीड लिमिट के बाेर्ड नहीं है। जहां हैं भी, तो वे दिखते नहीं हैं। गौरतलब है कि जिले के सभी डीएसपी को अभियान में लगाया गया है। वे जगह-जगह टीम के साथ इंटरसेप्टर की मदद से ओवर स्पीड वाहनों को पकड़ कर जुर्माना वसूल रहे हैं। पूछने पर कहते हैं कि 40 किमी प्रतिघंटे से अधिक गति से वाहन चलानेवालों को पकड़कर कार्रवाई की जा रही है।
पथ निर्माण विभाग की ओर से शहर में सिटी सेंटर से मेमकाे माेड़ के बीच सिर्फ एक जगह रानीबांध तालाब के पास गति सीमा वाला एक बाेर्ड है। यह भी इस तरह से लगाया गया है कि वाहन चालकों की नजर ही नहीं पड़ती। कोलाकुसमा के गोल बिल्डिंग से मेमको मोड़ तक की सड़क में कोई बोर्ड नहीं है। बलियापुर हीरक रोड में भी र्बोड नहीं है। ऐसे में लोग गति सीमा से बेखबर वाहन चलाते हुए गुजर रहे हैं और आगे पुलिस की कार्रवाई झेल रहे हैं।
इन जगहाें पर अब तक हुई जांच
बरवाअड्डा राेड : बोर्ड पर बाइक के लिए 35, कार के लिए 40 और ऑटाे के लिए 35 किमी गति सीमा तय है, लेकिन भारी वाहनों का जिक्र नहीं है।
लोयाबाद : डीएसपी लाॅ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में ओवर स्पीड की जांच की गई। इस राेड पर स्पीड लिमिट का काेई बाेर्ड नहीं लगा है।
तेतुलमारी सुभाष चाैक : यहां स्पीड लिमिट का पता नहीं है। इस कारण सीट बेल्ट और हेलमेट की जांच की गई।
इधर साइन बाेर्डाें की संख्या बढ़ाने की तैयारी धनबाद | सड़क सुरक्षा पर मिश्रित भवन में पथ प्रमंडल विभाग के कार्यपालक अभियंता की अध्यक्षता में बुधवार काे बैठक हुई। इसमें सड़क सुरक्षा समिति के पदाधिकारी के अलावा आरसीडी, एनएचआई, एनएच, शाज और आरईओ के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में प्रमुख मुद्दा स्पीड लिमिट साइन बाेर्ड का उठा। कहा गया कि जिले की सड़काें पर साइन बाेर्ड कम हाेने से ओवरस्पीड जांच में परेशानी हाेती है। तय हुआ कि साइन बाेर्डाें की संख्या बढ़ाई जाएगी।