धनबाद. जिले में अब तक चार कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। दो मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं जबकि दो का इलाज चल रहा है। उधर, गुरुवार सुबह नई दिल्ली से एसी स्पेशल ट्रेन धनबाद स्टेशन पहुंची। स्टेशन पर 118 यात्री उतरे। यहां यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के तहत बाहर निकला गया। स्टेशन परिसर के बाहर जिला प्रशासन ने गाड़ियों की व्यवस्था की थी। जिससे दिल्ली से लौटे यात्री घर की ओर रवाना हुए। इससे पहले उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग भी की गई। वहीं नई दिल्ली से चली एसपी स्पेशल ट्रेन हावड़ा की ओर रवाना हुई।
स्टेशन पर गुरुवार सुबह एसी स्पेशल ट्रेन से हावड़ा जाने वाले 105 यात्री पहुंचे। ट्रेन के यहां पहुंचने के बाद सभी यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ट्रेन में सवार होकर हावड़ा के लिए निकल गए। बता दें कि नई दिल्ली से चलकर हावड़ा को जाने वाली ट्रेन संख्या 02302 नई दिल्ली हावड़ा एसी स्पेशल ट्रेन सुबह करीब 6:35 बजे धनबाद पहुंची थी। रेलवे द्वारा 15 स्पेशल ट्रेनों को चलाने की घोषणा की गई है। कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन में रेलवे की ओर से नई दिल्ली से हावड़ा जाने वाली पहली स्पेशल ट्रेन है।
धनबाद स्टेशन के बाहर मौजूद कुली। सामान उठाने वाले कुलियों ने भी सोसल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हर एतिहात बरता।
कंटेनमेंट एरिया कुमारधुबी में आज रात 12 बजे के बाद समाप्त हो जाएगा कर्फ्यू
कंटेनमेंट एरिया कुमारधुबी बाघाकुड़ी में गुरुवार रात 12 बजे के बाद कर्फ्यू समाप्त हो जाएगा। एसडीएम राज महेश्वरम ने बताया कि कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जो गाइड लाइन जारी किया है, उसके अनुसार अगर किसी क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलता है तो एपिक सेंटर के तीन किलोमीटर परिधि को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित करते हुए 28 दिनों तक सील करके रखना है। उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार कुमारधुबी बाघाकुड़ी कंटेनमेंट एरिया में गुरुवार की रात 12 बजे 28 दिनों की अवधि पूरी हो रही है। बता दें कि कुमारधुबी के बाघाकुड़ी में 16 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव का मामला आया था। प्रशासन ने 16 अप्रैल की आधी रात के बाद बाघाकुड़ी के एपिक सेंटर के तीन किलोमीटर परिधि को सील कर कर्फ्यू लगा दिया था। कोरोना पॉजिटिव पाए गए युवक की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे होम क्वारैंटाइन में रखा गया है।
कर्फ्यू समाप्त होते ही बफर जोन में शुरू हो सकता है निर्माण कार्य
गृह मंत्रालय के गाइड लाइन के अनुसार एपिक सेंटर के 7 किलोमीटर परिधि के बफर जोन में कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो सकता है। इसके कारण कुमारधुबी बाघाकुड़ी के बफर जोन में कल-कारखानों से संबंधित कोई भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था। कर्फ्यू हटने के बाद जिला प्रशासन इस क्षेत्र में भी ओद्योगिक निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति दे सकता है।
सिर्फ आवश्यक खाद्य सामग्रियों की दुकानें ही खुल सकेंगी
एसडीएम ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार कर्फ्यू हटने के बाद जिले के अन्य क्षेत्रों की तरह यहां भी जनजीवन समान्य हो जाएगा। इस क्षेत्र में आवश्यक खाद्य सामग्रियों की दुकानें, दूध, फल, पंखा की दुकान व मेडिकल आदि की दुकानें ही खुलेंगी। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए लोग आवश्यक सामाग्रियों की खरीदारी कर सकते हैं। लोग मास्क पहनकर ही घर से निकलें।
हीरापुर के डीएस कॉलोनी और अजंतापाड़ा कंटेनमेंट जोन से 16 मई को हटेगा कर्फ्यू
हीरापुर स्थित डीएस कॉलोनी में 18 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने डीएस कॉलोनी और अजंतापाड़ा को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित करते हुए सील कर दिया था। इस एरिया में 18 अप्रैल की आधी रात से कर्फ्यू है। कोरोना पॉजिटिव पाया गया रेल कर्मी ठीक होकर अस्पताल से घर आ गया है। वह होम क्वारैंटाइन में है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के गाइड लाइन के अनुसार डीएस कॉलोनी-अजंतापाड़ा में 28 दिनों की अवधि 16 मई की रात 12 बजे पूरी हो जाएगी। इसके बाद इन क्षेत्रों में भी प्रशासन कर्फ्यू हटा लेगा।
कोरोना संक्रमित मां-बेटे के परिवार की रिपोर्ट निगेटिव
जामाडोबा के संक्रमित मरीज के कुमारधुबी में रह रहे बेटी-दामाद व एक अन्य की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जानकारी के अनुसार एहतियात के तौर पर इन्होंने जांच करायी थी। सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास ने इसकी पुष्टि की है। वहीं, कोरोना वायरस से संक्रमित मां-बेटे की दूसरी जांच अभी नहीं कराई गई है। डीएसओ डॉक्टर जफरूल्ला ने बताया कि अभी कोविड-19 अस्पताल में दोनों मरीज का इलाज चल रहा है। दोनों की स्थिति सामान्य है। कई बीमारी से पीड़ित महिला को नियमित चल रही दवाईयों के साथ कुछ अन्य दवाएं भी दी जा रही हैं।