कृषि उपज और पशुधन विपणन विधायक 2022 लागू करने के विरोध में बुधवार से झारखंड राज्य के थोक व्यापारियों की हड़ताल पर हैं जिसका शुक्रवार को तीसरा दिन था । जमशेदपुर में हड़ताल का असर सभी फुटकर दुकानों में देखने को मिल रहा है। दूसरी और आज शिवरात्रि है। वैसे भी पर्व त्योहार के समय फलों के दाम में थोड़ी बहुत वृद्धि होती है, लेकिन स्थिति यह हो गई है कि जो अंगूर ₹100 मिलता था, वह ₹200 हो गया है। जो केला ₹50 दर्जन मिलता था, अब ₹60 किलो के हिसाब से लोग बेच रहे हैं और 1 किलो में 6 केला लगभग चढ़ रहा है। इस प्रकार एक दर्जन केले का भाव ₹120 से अधिक पड़ रहा है।
वही ₹70 किलो वाला अनार ₹150 बिक रहा है।₹10 किलो वाला आलू अब ₹16 से ₹18 तक बिक रहा है। सभी ग्राहक मायूस है, करे तो क्या करें।
ग्राहकों का कहना है कि पर्व त्यौहार में थोड़ी वृद्धि होने से कोई बात नहीं है, लेकिन इतनी ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है,
जिसके कारण कोई भी फल लेना अब मुश्किल हो रहा है।
वही सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने बताया कि झारखंड में थोक व्यापारियों की हड़ताल 15 फरवरी से जारी है। व्यापारी वर्ग आक्रोशित है। इसी को लेकर व्यापारियों ने बाइक रैली भी निकाली है। यह काला कानून है। यह जनहित में नहीं है। इसे झारखंड सरकार अविलंब वापस लें।
उन्होंने कहा कि अब सब्जी विक्रेताओं ने भी समर्थन देने का निर्णय लिया है। उन लोगों का कहना है कि अगर रविवार तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी, तो सोमवार से वह सब भी हड़ताल पर अनिश्चितकालीन के लिए चले जाएंगे।