देवघर: विश्व प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम मंदिर में बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक के लिए झारखंड समेत देशभर के अलग-अलग राज्यों और विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। अब जिला प्रशासन ने मंदिर से निकलने वाले नीर (जल) के फिल्ट्रेशन और फूल-बेलपत्र से धूप और अगरबत्ती बनाने की योजना बनाई है। इसके माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा।
बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषक के दौरान बहने वाले नीर की होगी पैकेजिंग
देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने शनिवार को इस संबंध में ऑनलाइन बैठक कर कार्ययोजना की समीक्षा की। बाबा मंदिर से निकलने वाले नीर को फिल्ट्रेशन कर इसका उपयोग करने को लेकर किए जाने वाले कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान उपायुक्त ने नीर की पैकिंग और श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक उपलब्ध कराने जैसे अलग-अलग विषयों पर विचार-विमर्श किया।
ऑनलाइन बैठक में देवघर के उपायुक्त ने दिए अहम निर्देश
उपायुक्त ने मंदिर से निकलने वाले नीर को आधुनिकतम तकनीक से स्वच्छ कर मानसरोवर में जमा करने और रिसाइकिल कर इसकी ब्रांडिंग को लेकर संबंधित अधिकारियों कई जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
स्थानीय लोगों को धूप-अगरबत्ती के व्यवसाय से जोड़ने का प्रयास
ऑनलाइन बैठक के दौरान उपायुक्त बाबा मंदिर से निकलने वाले फूल-बेलपत्र से अगरबत्ती और धूप बनाने की प्रक्रिया से अवगत हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा पर चढ़ने के बाद इन फूल-बेलपत्र का उपयोग भी सही तरीके से होगा। इससे महिलाओं और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।