ऱांची: कोरोना काल में राज्य सरकारों की भी अग्निपरीक्षा हो रही है। जाहिर है कि जंग में जीत हो या शिकस्त. सेहरा हो या ठीकरा… जो भी मिले वो हिस्से में आता है सेनापति के। यही बात इन बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ भी लागू हो रही है।
हेमंत सोरेन लूट रहे वाहवाही
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मजदूर दिवस के दिन मजदूरों की पॉलिटिक्स में बिहार से आगे निकल गए हैं। तेलंगाना से चली ट्रेन में सिर्फ मजदूर ही नहीं आ रहे बल्कि उसी रेल में हेमंत सोरेन की वाहवाही भी सवार होकर आ रही है। कोरोना काल में दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों को लेकर सोशल मीडिया हेमंत सोरेन के लिए तारीफ की गंगा बह रही है। देखिए इन ट्वीटस को.
विष्णु राजगढ़िया ने पोस्ट किया है कि ‘हेमंत सोरेन ने ने बाहर फंसे लोगों वापस लाने के लिए PM को पत्र लिखा, तो मजाक उड़ाया गया। लेकिन अंततः ऐसा हुआ। फिर झारखंड ने ट्रेन मांगी, इसका भी मजाक उड़ा। अब ट्रेन भी मिली। झारखंड को हल्के में मत लेना मितरो, चेहरे से जितने भोले नरम दिखते हैं, अंदर उतना ही दृढ़। #MayDay का गिफ्ट!’