रांची : सोमवार को भी प्रशासनिक लापरवाही दिखी। मुंबई से हटिया पहुंची 23 बोगी वाली स्पेशल ट्रेन के महज छह बोगियों के यात्रियों की ही स्टेशन में कोरोना जांच की गई। 17 बोगियों के यात्रियों को बिना जांच के ही जाने को कहा गया। इसके बाद सारे दिशा-निर्देशों को धत्ता बताते हुए मात्र 15 मिनट में सारे यात्री स्टेशन से निकल गए। जानकारी के अनुसार, ट्रेन से कुल 1600 यात्री मुंबई से हटिया आए। प्लेटफार्म नंबर एक पर जिला प्रशासन के 6 बूथों पर तैनात 30 कर्मियों ने छह बोगियों के 540 यात्रियों की कोरोना जांच की।
जांच के दौरान कुछ यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा भी किया। यात्रियों का कहना था कि सैकड़ों यात्री इस ट्रेन से आए हैं, लेकिन मात्र छह बोगियों के यात्रियों की ही जांच क्यों की जा रही है। क्या बाकी के 17 बोगियों में आए लोगों को कोरोना नहीं हो सकता है। यात्री जांच में विलंब होने से भी गुस्सा रहे थे। वहीं, मुंबई से हटिया आई स्पेशल ट्रेन अपने निर्धारित समय दोपहर 3:15 बजे के बजाय 1:05 घंटा लेट से शाम 4:20 बजे हटिया स्टेशन पहुंची।
पुणे से आए 1700 यात्रियों की जांच ही नहीं
पुणे-हटिया स्पेशल ट्रेन अपने निर्धारित समय 4:25 बजे के बजाय चार घंटे विलंब से रात 8:25 बजे हटिया स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन से आए 1700 यात्रियों की कोरोना जांच के लिए जिला प्रशासन ने प्लेटफार्म पर कोई व्यवस्था नहीं की थी। सारे यात्री बिना कोरोना जांच कराए ही अपने-अपने घर चले गए। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण जांच नहीं की गई।