मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि समग्र शिक्षा के तहत काम कर रहे संविदा कर्मियों और वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों के लिए सरकार ने कल्याण कोष बनाया है। इससे एकीकृत और अन्य पारा शिक्षकों, केजीवीवी, बीआरपी-सीआरपी कर्मियों को अब पांच लाख रुपए बीमा राशि मिलेगी। यह लाभ ग्रुप इंश्योरेंस एक्सीडेंटल बीमा योजना के तहत दिया जाएगा।
प्रति व्यक्ति अधिकतम 80 रुपए वार्षिक प्रीमियम राशि होगी। सामान्य मृत्यु की स्थिति में भी बीमा राशि पांच लाख रुपए दी जाएगी। सीएम झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की बैठक में बोल रहे थे।- पढ़ें राजकाज पेज भी
बेटे-बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए 2 लाख तक ऋण
सीएम ने कहा कि कल्याण कोष के सदस्यों की ऋण सहायता करने की भी व्यवस्था की गई है। सदस्यों के पुत्र-पुत्रियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करनी है या फिर पुत्री का विवाह करना है तो 50 हजार रुपए से लेकर अधिकतम 2 लाख रुपए ऋण देने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार ने 10 करोड़ रुपए का कॉरपस फंड बनाया है, जिसकी ब्याज राशि से ऋण दी जाएगी।