धनबाद: मुथूट फिनकॉर्प में लूट की घटना को अंजाम देने के दौरान रंगे हाथ धराए राहुल सिंह उर्फ राघव एवं आसिफ अली की जमानत अर्जी मंगलवार को धनबाद के मुख्य नायक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह की अदालत ने खारिज कर दी है। मुथूट फिनकॉर्प के मैनेजर विक्रम राज की शिकायत पर प्राथमिकी बैंक मोड़ थाना कांड संख्या 220 / 22 सात सितंबर 22 को लूट व डकैती के धाराओं में दर्ज की गई थी। दोनों इस मामले में 12 सितंबर से न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं। इससे पूर्व जमानत अर्जी पर दलील देते हुए बचाव पक्ष के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने अदालत को बताया कि एक ही मामले के लिए दो एफआईआर करना संविधान के प्रावधान का उल्लंघन है।
इस मामले में पहली प्राथमिकी बैंक मोड़ थानेदार द्वारा दर्ज करा दी गई थी उसके एक दिन के बाद वह भी एक ही घटना को लेकर एक नई प्राथमिकी दर्ज किया जाना व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार पर सीधा हमला है। इस बाबत अधिवक्ता जावेद ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सोहराबुद्दीन मर्डर केस जिसमे पुलिस ने गृह मंत्री अमित शाह को आरोपी बनाया था। मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का हवाला दिया।
दूसरी ओर जमानत अर्जी का विरोध करते हुए सहायक लोक अभियोजक समित प्रकाश ने कहा कि दिनदहाड़े फाइनेंस कंपनी में अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया दोनों के पास से कई असलहे बरामद किए गए हैं। इन दोनों की संलिप्तता राजस्थान के अलावा गुंजन ज्वेलर्स डाका कांड में भी पाई गई है ।अनुसंधान अभी अन्य बिंदुओं पर जारी है उभय पक्ष को सुनने के बाद अदालत ने दोनों की जमानत अर्जी खारिज कर दी।
6 सितंबर 22 की सुबह 10 बजे अपराधियों ने मुथूट फिनकॉर्प में लूट की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था। बैंक मोड़ गुरुद्वारा के पास स्थित मुथूट फाइनेंस के दफ्तर के खुलते ही मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे आधा दर्जन डकैत घुस गए। वहां मौजूद मैनेजर सहित अन्य कर्मचारियों को अपने कब्जे में ले लिया स्तर की चाबी के लिए मैनेजर के साथ मारपीट करने लगे। इसी दौरान किसी ने बैंक मोड़ थानेदार को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही बैंक मोड़ थाना की पुलिस इंस्पेक्टर पी के सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंच गई। छत पर मोर्चा ले रहे अपराधी ने प्रथम तल से ही पुलिस पर फायरिंग कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस की तरफ से भी अपराधियों पर गोलियां दागी गई पुलिस मुठभेड़ में एक अपराधी भूली निवासी शुभम सिंह मौके पर एनकाउंटर में मारा गया था जबकि दो अपराधी राहुल सिंह उर्फ राघव व आसिफ अली को दबोचने में पुलिस कामयाब रही थी। वहीं दो अपराधी भागने में सफल रहे थे ।मुठभेड़ के दौरान अपराधियों की ओर से पांच राउंड फायरिंग की गई थी।।फायरिंग में मुथूट फिनकॉर्प के मैनेजर विक्रम राज भी जख्मी हुए थे। अपराधियों के पास से ऑटोमेटिक पिस्टल कई नंबर प्लेट, मोबाइल फोन, एवं कई प्रकार के औजार भी मिले थे। 6 सितंबर 22 को थाना प्रभारी डॉ प्रमोद कुमार सिंह के शिकायत पर बैंक मोड़ थाने में प्राथमिकी 219 / 22 लेवा हमला करना सरकारी काम में बाधा पहुंचाना फर्जी बाबा करना फर्जी दस्तावेज तैयार करने के धाराओं के तहत दर्ज की गई थी जिसमें दोनों आरोपियों को 7 सितंबर 22 को जेल भेजा गया था