रांची. झारखंड पुलिस की डायल-100 सेवा का दायरा लॉकडाउन में बढ़ गया है. पहले जहां कंट्रोल रूम में रोजाना करीब साढ़े तीन हजार कॉल आते थे, अब वहीं 6 हजार से ज्यादा कॉल आ रहे हैं. पहले ज्यादातर कॉल विधि व्यवस्था और आपराधिक घटनाओं से जुड़े होते थे. लेकिन फिलहाल जो भी कॉल आ रहे हैं, वे राशन, मेडिसिन के साथ-साथ अन्य लॉकडाउन संबंधी समस्याओं को लेकर होते हैं. कुछ कॉल तो मोबाइल और डीटीएच रिचार्ज कराने तक के होते हैं. हालांकि पुलिसकर्मी ऐसे लोगों को समझा बुझाकर ये बताते हैं कि ये पुलिस कंट्रोल रूम है.
2017 में हुई डायल-100 सेवा की शुरुआत
सूबे में साल 2017 में डायल-100 सेवा की शुरुआत हुई. रांची स्थित कंट्रोल रूम में प्रदेश के सभी 24 जिलों से कॉल आते हैं. फिलहाल कंट्रोल रूम में क्राइम के कम, मदद मांगने वाले कॉल ज्यादा आ रहे हैं. लोग राशन और मेडिसिन उपलब्ध कराने की गुहार लगाते हैं. और उनकी गुहार पूरी भी की जाती है. लोगों को मेडिकल संबंधित अन्य सेवाएं प्राप्त करने में भी मदद दी जा रही है. लॉकडाउन में लोगों को मिल रही मदद
रांची के सिटी एसपी सौरभ बताते हैं कि इस लॉकडाउन में डायल-100 सेवा से लोगों की काफी मदद मिल रही है. उनकी परेशानियों को पुलिस तत्काल दूर करने का प्रयास करती है. रांची के तमाम थानों और वरीय अधिकारियों के नंबर फ्लैश किये जा रहे हैं. ताकि लोग किसी भी तरह की समस्या होने पर कॉल कर मदद मांग सकते हैं. पहले से दोगुना कॉल आ रहे
डायल-100 के कंट्रोल रूम में तैनात एएसआई राजश्री राय बताती हैं कि पहले यहां प्रतिदिन साढ़े 3 हजार के करीब कॉल आया करते थे. लेकिन लॉकडाउन में अब ये संख्या दोगुना हो गई है. इनदिनों रोजाना करीब 6 हजार कॉल आ रहे हैं. इनमें से ज्यादातर कॉल मदद मांगने संबंधी होते हैं. एएसआई की माने तो कुछ लोग मजा लेने के मकसद से मोबाइल और डीटीएच रिचार्ज कराने के लिए कॉल करते हैं. ऐसे लोगों को ये समझना चाहिए कि ये पुलिस कंट्रोल रूम है. यहां की लाइन को बेवजह इंगेज नहीं करना चाहिए. घरेलू हिंसा से जुड़े कॉल भी आ रहे
लॉकडाउन के कारण इनदिनों लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में घरेलू कलह बढ़ गया है. कंट्रोल रूम में इनदिनों घरेलू हिंसा से जुड़े भी कॉल आ रहे हैं. रांची एसपी कार्यालय की छठी मंजिल पर स्थित कंट्रोल में फोन की घंटियां चौबीसों घंटे बजती रहती हैं