रांची : अधूरे पड़े कांटाटोली फ्लाइओवर को पूरा करने के लिए एलएन मालवीय इंफ्रा प्रोजेक्ट को परामर्शी नियुक्त किया जा रहा है. नगर विकास विभाग से अनुमति मिलने के बाद जुडको कंपनी को काम आवंटित कर रहा है. अधूरे फ्लाइओवर के निर्माण के लिए चाैथी बार निकाले गये टेंडर में केवल मालवीय इंफ्रा ने काम करने की इच्छा जतायी थी. लगातार चौथी बार निकाले गये टेंडर में सिंगल कंपनी होने की वजह से काम आवंटित किया जा रहा है.
अब भी करना होगा इंतजार : अधूरे पड़े कांटाटोली फ्लाइओवर का काम पूरा होने में परामर्शी के चयन के बाद भी लंबा समय लगेगा. वर्ष 2021 के अंत तक भी फ्लाइओवर का निर्माण पूरा करना मुश्किल है. परामर्शी कंपनी द्वारा संशोधित डीपीआर तैयार करने के बाद निर्माण कार्य के लिए एजेंसी का चयन किया जायेगा. इस प्रक्रिया में पांच से छह महीनों का समय लगना सामान्य बात है. उसके बाद निर्माण पूरा करने में भी कम से कम एक साल का समय संभावित है. ऐसे में शहर के व्यस्ततम चौराहे का ट्रैफिक सुगम बनाने के लिए अब भी लंबा इंतजार करना होगा.
डेढ़ वर्ष से रूका है काम : कांटाटोली फ्लाइओवर का काम करीब डेढ़ वर्षों से बंद है. अब तक 132 पाइल, दो पाइल कैप और एक पीयर की कास्टिंग हो चुकी है. विस्तारित फ्लाइओवर की लंबाई लगभग 2300 मीटर प्रस्तावित है.
कांटाटोली फ्लाइओवर का संशोधित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए परामर्शी कंपनी को तीन महीनों का समय दिया गया है. तीन महीनों में कंपनी द्वारा बनाये गये संशोधित डीपीआर का आकलन कर निर्माण के लिए टेंडर किया जायेगा.
टेंडर में एल-वन आनेवाली कंपनी फ्लाइओवर का निर्माण करेगी. मालूम हो कि कांटाटोली फ्लाइओवर का निर्माण अब नये सिरे से किया जाना है. पहले कांटाटोली फ्लाइओवर का निर्माण बहुबाजार की ओर वाइएमसीए से लेकर कोकर स्थित शांतिनगर तक था. अब बहुबाजार की ओर फ्लाइओवर का विस्तार योगदा सत्संग आश्रम तक किया गया है.