रांची : चक्रवाती तूफान यास ओडिशा के बाद झारखंड में पहुंच चुक है. गुरुवार को राज्य के विभिन्न जिलों में तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य में 48 घंटे का अलर्ट जारी किया है. वहीं राजधानी रांची समेत 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. 2 दिनों से राजधानी में हो रही बारिश ने मई में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. सिटी में 151 एमएम बारिश 1 दिन में रिकॉर्ड की गयी है. इससे पहले 1990 में रांची में सबसे ज्यादा बारिश 72.2 एमएम दर्ज हुई थी और उसके बाद बुधवार 26 मई का दिन रहा जब रिकॉर्ड बारिश हुई है.
2 दिनों से कई जिलों में असर
यास का असर पिछले दो दिनों से राज्य के कई जिलों में दिख रहा है. यास चक्रवर्ती तूफान के मद्देनजर मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है. तूफान का सबसे अधिक झारखंड के दक्षिणी भाग पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां और सिमडेगा में असर दिख रहा है. वहीं राज्य के मध्य भाग रांची, हजारीबाग, बोकारो, गुमला, रामगढ़ और खूंटी जिले के साथ-साथ उत्तर पश्चिमी जिले पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो रही है. अन्य जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. तूफान का प्रभाव 28 मई तक देखने को मिलेगा.
राजधानी के कई इलाकों में गिरे पेड़
2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में विशालकाय पेड़ गिर गए. जिसमें होटल अशोका, खेलगांव चौक, बरियातू रोड, सेक्टर 3 धुर्वा शामिल हैं. सुबह से ही एनडीआरएफ और रांची नगर निगम की टीम बीच सड़कों पर गिरे विशाल पेड़ों को हटाने में जुटे हुए हैं. इसके अलावा पेड़ों के गिरने से सिटी के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है. कुछ जगहों पर तो पेड़ों की डालियां टूट कर हाई टेंशन वायर पर झूल रही है. जिसे हटाने का काम बिजली विभाग की ओर से किया जा रहा है. जल्द ही डालियों को हटाकर पावर सप्लाई शुरू की जाएगी.
कहां कितनी बारिश रिकॉर्ड
रांची : 151 एमएम
बोकारो : 59.4 एमएम
जमशेदपुर : 108 एमएम
डाल्टनगंज : 47 एमएम