रांची । पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सुन्नी बरैलवी सेन्ट्रल कमिटी के तत्वाधान में रांची के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न मुहल्लों में जुलूस – ए – मोहम्मदी सुन्नी बरैलवी सेन्ट्रल कमिटी के अध्यक्ष डॉ. ताजुद्दीन रिजवी, महासचिव अकीलुर्रहमान, प्रवक्ता मो. इसलाम के संयुक्त नेतृत्व में आपसी सौहार्द एवं भाईचारे के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उक्त क्षेत्र के उलेमाओं ने जुलूसे मोहम्मदी का नेतृत्व किया एवं मुख्य अतिथि के रूप में एदारा- ए- शरीया झारखण्ड के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी मुख्य अतिथि के रूप में जुलूस में शामिल हुए I कुरैशी मुहल्ला गुदरी मस्जिदे रजा द्वारा निकाले जाने वाले जुलूसे मोहम्मदी मौलाना डा. ताजुद्दीन रिजवी के नेतृत्व में कुरैशी मुहल्ला से होकर आजाद बस्ती, पथलकुदवा, हड़गड़ी रोड, पथलकुदवा चर्च लेन आकर वहां थड़पखना एवं लालपूर के जुलूस को साथ में लेते हुए अपने निर्धारित मार्ग से गुजर कर गुदरी चौक चिश्तिया मुहल्ला, नाजिर अली लेन होकर गुदरी चौक से कुरैशी मुहल्ला गुदरी वापस हुई जहां कुरैशी मुहल्ला गुदरी के नौजवानों द्वारा पप्पू कुरैशी एवं शादाब कुरैशी के नेतृत्व में जुलूस में शामिल लोगों का भव्य स्वागत करते हुए धार्मिक सभा की गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीण एस पी नौशाद आलम एवं एदारा- ए- शरीया झारखण्ड के नाजिमे आला ने लोगों को सम्बोधित करते हुए एकता एवं भाईचारे के साथ निकाले गए जुलूस की सराहना की एवं पैगम्बर मुहम्मद साहब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके मार्ग पर चलने की लोगों से अपील की I डा. ताजुद्दीन रिजवी, अकीलुर्रहमान एवं मो. इसलाम, लोअर बाजार थाना प्रभारी संजय कुमार ने भी अपने सम्बोधन में पैगम्बर मुहम्मद साहब की जीवनी पर विस्तार से तकरीर करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने एवं आपसी सौहार्द एवं भाईचारा कायम रखने की बात कही I हिन्दपीढ़ी क्षेत्र के इस्लामी मरकज से जुलूसे मोहम्मदी कारी अय्यूब सहित विभिन्न उलेमाओं के नेतृत्व में निकलकर हिन्दपीढ़ी क्षेत्र के तमाम जुलूस को शामिल करते हुए अपने निर्धारित मार्ग से गुजर कर सफलतापूर्वक अपने ही मुहल्ले में समाप्त किया गया उक्त जुलूस में मुख्य रूप से हिन्दपीढ़ी थाना प्रभारी विनय कुमार सिंहा शामिल थे I कांटा टोली का जुलूस भी अपने क्षेत्र से निकल कर वहीं समाप्त हुआ I शहर के आस पास तथा ग्रामीण क्षेत्र के जुलूस क्रमशः उलातू, कांके, मीठा, चंदवे,कोंगे, जयपूर, मोरहाबादी, एदलहातू, गाड़ीखाना, बरियातू,पहाड़ी टोला, पुरानी रांची, हरमू,पुंदाग,इलाही नगर आदि के जुलूस भी उक्त क्षेत्र के उलेमाओं के नेतृत्व में अपने अपने स्थान से आपसी सौहार्द के साथ निकलकर अपने अपने मुहल्ले में समाप्त हो गया I जुलूसे मोहम्मदी का जगह जगह लोगों ने शिविर लगाकर फूल माला, फल, मिठाई देकर लोगों का स्वागत किया गया I जुलूसे मोहम्मदी नाते नबी के साथ साथ पैगम्बर मोहम्मद साहब की शान में लगाए जाने वाले नारों से गूंजता रहा I
जुलूसे मोहम्मदी में मुख्य रूप से मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, डा. ताजुद्दीन रिजवी, अकीलुर्रहमान, मो. इसलाम, कारी अय्यूब रिजवी, काजी मसूद फरीदी, मौलाना आफताब ज्या कादरी, मौलाना आबिद रिजवी,मो. तौहीद, इमाम बख्श अखाड़ा के प्रमुख खलीफा मो. महजूद,मौलाना गुलाम फारूक मिस्बाही,मोईज अख्तर भोलू,मौलाना हाजी शमीम अख्तर, मौलाना शेर मोहम्मद कादरी, मौलाना नूर हसन,मो. नदीम, मजहर सिद्दीकी,कारी अब्दुल्लाह खान, कारी एनाम, मौलाना मो. इरफान, आफताब आलम,बाबी कुरैशी, मुस्तफा कुरैशी,मो.इश्तेयाक , नौशाद खान, मो. साबिर, सोनू भाई, पप्पू कुरैशी, शादाब कुरैशी सहित सैकड़ों गणमान्य लोग शामिल थे.