लोहरदगा: कुडू थाना क्षेत्र के बारीडीह गांव के मिल्लतनगर निवासी तौकिर अंसारी के घर पर अवैध रूप से संचालित एक नर्सिंग होम का सोमवार को खुलासा हुआ। पुलिस-प्रशासन की टीम जब यहां पहुंची तो झोलाछाप डॉक्टर मंसूर अंसारी क्लीनिक के अंदर चार मरीजों को बंद कर भागने लगा। हालांकि छापेमारी टीम ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ के बाद मंसूर अंसारी को जब एक दवा का नाम पढ़ने के लिए बोला गया तो उसके पसीने छूट गए। मंसूर ने बताया कि वो मैट्रिक फेल है। पर यहां पिछले एक वर्षों से अवैध रूप से क्लीनिक चला रहा था
क्लीनिक का ताला तोड़ जब छापेमारी टीम अंदर गई तो देखा तीन महिला और दो पुरुष का बेड पर इलाज किया जा रहा था। इनमें से एक को ऑक्सीजन भी चढ़ाया जा रहा था। इसके बाद एंबुलेंस की मदद से सभी मरीजों को तुरंत सदर अस्पताल भेजा गया। काफी मात्रा में दवा बरामद की गई। साथ ही दो ऑक्सीजन सिलेंडर, छह बेड जब्त किए गए हैं। उपयोग किए गए सैकड़ों इंजेक्शन सीरिज बरामद हुए। टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया है।
क्लिनिक में नर्स के रूप में कार्यरत घाघरा निवासी प्रतिमा केरकेटा, कुडू थाना क्षेत्र की जोंजरो निवासी अमृता भगत, हुरहद निवासी प्रवीना प्रवीण ने बताया कि पिछले एक महीने से वे लोग यहां काम कर रहे हैं। सीओ प्रवीण कु सिंह ने बताया कि छानबीन के क्रम में पता चला है कि झोलाछाप डॉक्टर ने इलाज के नाम पर लगभग एक दर्जन लोगों की जान ली है। जांच जारी है। थाना प्रभारी अनिल उराव ने बताया कि आरोपी क्लिनिक बंद कर अपनी ऑल्टो कार से भाग रहा था, जिसे खदेड़ कर करीब 10 KM दूर टाकू गांव के पास से गिरफ्तार किया गया।
एसडीओ अरविंद कुमार लाल के निर्देश पर कार्यपालक दंडाधिकारी पियुसा डोना शालिनी मिंज, ड्रग इंस्पेक्टर अमित कुमार, बीडीओ मनोरंजन कुमार, सीओ प्रवीण कुमार सिंह और कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव, चिकित्सा प्रभारी डॉ. सुलामी होरो छापेमारी टीम में शामिल थे।