झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को जान से मारने की धमकी दी गई है। बोकारो स्थित आवास पर बुधवार को स्पीड पोस्ट से पत्र आया। पिछले तीन दिनों से स्पीड पोस्ट के माध्यम से तीन चिट्ठी में शिक्षा मंत्री को जान से मारने की धमकी दी गई है। पत्र भेजने वाले व्यक्ति ने इंटर और डिग्री कॉलेजों का अनुदान बढ़ाने एवं 1932 के खतियान संबंधी बात नहीं करने की धमकी दी है। शुरुआती जानकारी में यह बता सामने आई है कि चिट्ठी हजारीबाग से भेजी गई है।
पत्र में लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश के लोग कॉलेजों में काम करते हैं। कॉलेजों का अनुदान बढ़ाए जाने की मांग की गई है। इस चिट्ठी में डिग्री कॉलेजों के नाम भी जिक्र है। चिट्ठी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन के नाम का भी जिक्र है।
चिट्ठी में जाति का जिक्र करते हुए लिखा है कि हमलोग ब्राह्मण, राजपूत और कायस्थ जैसी जातियों से आते हैं। चिट्ठी में 1932 के खतियान का विरोध करते हुए लिखा है कि इसे बंद कीजिए। हम हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन को देखना पसंद नहीं करते। आप फॉरवर्ड लोगों को मानदेय बढ़ाएं। इस चिट्ठी में पांच मांगे की गई हैं। तीन पन्ने की इस चिट्ठी में कई बातों लिखी है।
तीन पन्ने का यह पत्र अलग- अलग दिन आया है। लिखने वाले ने फारवर्ड ग्रुप बिहार, यूपी, एमपी लिखा है। शिक्षा मंत्री की ओर से इसकी जानकारी बोकारो के एसपी को दे दी गयी है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
इस चिट्ठी के बाद शिक्षा मंत्री के आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई है। रांची स्थित आवास पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। इस संबंध में बोकारो एसपी चंदन कुमार झा ने कहा कि शिक्षा मंत्री को पत्र के माध्यम से दी गई धमकी संबंधी जानकारी प्राप्त हुई है। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है, जो भी ऐहतियाती कदम होंगे, वे उठाए जाएंगे। एसपी ने यह भी कहा कि चिट्ठी कहां से आयी है इसकी जांच की जा रही है।