चतरा में सड़क किनारे जंगल से संदिग्ध अवस्था मे दादा-पोता के शव मिलने से ईलाके में सनसनी फैल गई है। सिमरिया थाना क्षेत्र के चतरा-रांची मुख्यपथ एनएच-22 पर स्थित गोढ़ाई ईलाके से पेड़ के नीचे से दोनों का शव पुलिस ने बरामद किया है। साथ ही मौके से मृतकों का मोबाईल और मोटरसाइकिल भी बरामद किया गया है। मृतकों की पहचान लमटा निवासी सुरेश साहू व सोनू कुमार के रूप में हुई है। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने चतरा रांची मुख्य पथ को जाम कर दिया है। ग्रामीण हत्या का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और हत्यारों की गिरफ्तारी के साथ-साथ 25-25 लाख रुपये आर्थिक मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
इधर घटना की सूचना पाकर सिमरिया अंचल अधिकारी छुटेश्वर रविदास, पुलिस निरीक्षक केके चौधरी, सिमरिया थाना प्रभारी विवेक कुमार और लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की पड़ताल में जुट गए हैं। पुलिस और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम हटाते हुए मौके से दोनों शवों को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजने के प्रयास में जुटे हैं। घटना की सूचना पर मौके पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गई है। मामले में परिजनों का कहना है कि उनका किसी से कोई दुश्मनी नहीं है।
लेकिन मृतकों के शरीर पर खून लगे हैं। ऐसे में यह हत्या है या वज्रपात से दोनों की मौत हुई है इसकी जांच होनी चाहिए। परिजनों के अनुसार मृतक दादा पोता अपने रिश्तेदार के घर जबड़ा गए थे। वहीं से लौटने के दौरान रास्ते में घटना घटी है। मामले में अंचल अधिकारी ने कहा है कि जांच के बाद सरकारी प्रावधानों के तहत मृतक के आश्रितों को आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा। जबकि पुलिस पूरे मामले में परिजनों के फर्द बयान पर तत्काल हत्या की प्राथमिकी दर्ज करते हुए मामले की जांच करने की बात कह रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के सही कारणों का पता चल पाएगा। अगर दोनों की हत्या हुई है तो किसी भी परिस्थिति में हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा।