सिवान: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले से ऐसी तस्वीर सामने आई है जो स्वास्थ्य विभाग की चरमराई व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है. मंगलवार को सदर अस्पताल में एक मरीज को देखने के बाद चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया लेकिन अस्पताल में एंबुलेंस के लिए परिजन भटकते रहे. अस्पताल में खड़ी सात एंबुलेंस शोभा की वस्तु बनी हुई थी.
बताया जाता है कि बसंतपुर थाना क्षेत्र के रामपुर निवासी मजिस्टर साह साइकिल से कहीं जा रहे थे. इसी दौरान तेज रफ्तार अनियंत्रित वाहन ने टक्कर मार दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. परिजन उन्हें लेकर सिवान सदर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए रेफर किया.
मीडिया की पहल के बाद मिली एंबुलेंस
रेफर करने के बाद परिजन घायल को स्ट्रेचर पर लेकर सदर अस्पताल के बाहर खड़े होकर एंबुलेंस के लिए भटकते रहे. वहीं घायल मरीज दर्द से तड़प रहा था. करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद और मीडिया की पहल के बाद एंबुलेंस आई तब जाकर घायल के परिजन उसे लेकर बेहतर इलाज के लिए गए.
परिजनों ने बताया कि वे अस्पताल में एंबुलेंस चालक के पास जा रहे हैं तो चालक सोया हुआ है. पूछने पर कहता है कि प्राइवेट वाहन से ले जाइए जबकि सदर अस्पताल परिसर में एमएलसी और एमएलए फंड से मिली पांच एंबुलेंस खड़ी हैं लेकिन मरीजों को इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही.