मेदिनीनगर. पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती कोरोनावायरस के सात मरीजों के ठीक होने पर उन्हें शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इसके साथ ही पलामू जिला ग्रीन जोन में शामिल हो गया। कोरोनावायरस को मात देकर अस्पताल से घर जाते वक्त मेडिकल स्टाफ और दूसरे मरीजों ने तालियां बजाकर उन्हें शानदार विदाई दी। मेडिकल टीम ने सातोंको फलों की टोकरी, सैनिटाइजर और मास्क प्रदान करते हुए उनको अगले 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन में रहने का निर्देश दिया।
तीन को 30 अप्रैल और चार को 14 मई को किया गया था भर्ती
कोरोना से ठीक हुए सात लोगोंमें दो पाटन, दो मनातू, एक छतरपुर और दो नौडीहा बाजार के रहने वाले हैं। इसमें तीन लोगों को 30 अप्रैल को डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था। सातों कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जांच सैंपल 7 दिन बाद 20 मई की रात में रिम्स भेजा गया था। जिसकीरिपोर्ट 21 मई की रात में निगेटिव आई। इसके बाद शुक्रवार को सातों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
स्वास्थ विभाग पॉजिटिव केस के लिए तैयार है: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि पलामू कोरोना मुक्त हो गया है। लेकिन ऐसा नहीं है कि अब कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आएगा। वैश्विक महामारी में स्वास्थ विभाग पॉजिटिव केस के लिए तैयार है।
डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में इलाज से संतुष्ट दिखे मरीज
सात में से तीन लाेगों ने बताया कि वे लोग छत्तीसगढ़ में मजदूरी करते थे। वहां से लौटते समय उन लोगों को कोरिया क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था। जहां 15 दिन रहने के बाद उनको छोड़ा गया था। उनके वहां से भाग जाने की बात गलत है। वहीं, चार अन्य लोगों ने बताया कि वे लोग सूरत में सिलाई का काम करते थे। वहां से लौटने पर उनको क्वारैंटाइन कर दिया गया था। जहां से जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था। दवा, भोजन के साथ-साथ हल्दी मिला दूध और काढ़ा भी दिया गया, जिसके कारण उन्होंने कोरोना को मात दी।