राँची। झारखण्ड के साहिबंगज जिले में एक आदिवासी नाबालिग के साथ पांच नाबालिग युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद नाबालिग की माैत हो गई। शव को नाबालिग युवती के रिश्तेदार के घर के छज्जे पर छोड़ कर भाग निकला था आरोपी।परिवार वालों को दुष्कर्म की घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने अंतिम संस्कार कर दिया। अब नाबालिग की सहेली ने खुलासा है कि सामूहिक दुष्कर्म से माैत हुई। इसके बाद तो इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने जांच शुरू की है। सच्चाई का पता लगाने के लिए कब्र खोदकर शव को निकाला गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से दुष्कर्म की पुष्टि होगी।दूसरी तरफ यह मामला राजनीतिक रूप से तूल पकड़ने लगा है।
रांगा थाना क्षेत्र की एक आदिवासी नाबालिग की हत्या के मामले में उसकी सहेली के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें पांच किशोर को आरोपित बनाया गया है। यह मामला सोमवार शाम को उजागर हुआ था। कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की बात सामने आई है।इसकी पुष्टि के लिए मंगलवार दोपहर मिट्टी से शव निकाला गया।पोस्टमार्टम के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही दुष्कर्म का खुलासा होगा।
इधर पुलिस ने सोमवार की रात को पुलिस ने आरोपितों में चार को पूछताछ के लिए थाना लाया है।
क्या है घटना
पिछले बुधवार से ही किशोरी घर से गायब थी। शनिवार को वह गांव की अपनी सहेली और दो किशोर के साथ देखी गई। वह घर लौट रही थी तभी रास्ते में गांव के ही कुछ अन्य लड़के पहुंचे और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसी क्रम में उसकी मौत हो गई। इस दौरान उसकी सहेली वहां से भाग गई। दुष्कर्म करने वालों ने शव लाकर घर से ही कुछ ही दूरी पर स्थित उसके बड़े पापा (ताऊ) के निर्माणाधीन आवास के छज्जे पर रख दिया। रविवार सुबह किशोरी की छोटी बहन ने शव देखा। उसने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी। माता-पिता वहां पहुंचे और शव उठाकर ले गए। कुछ ग्रामीणों ने उसके माता-पिता को कहा कि पुलिस को इसकी सूचना देने से वे फंस सकते हैं। इस वजह से सभी ने मिलकर शव दफना दिया। सोमवार को किशोरी के साथ उसकी सहेली सामने आई और परिवार को इसकी जानकारी दी। मृतका की मां ने बताया कि वह सोमवार सुबह रांगा थाने में मामला दर्ज कराने गई थी, लेकिन थाना प्रभारी ने उसे ग्राम प्रधान से लिखवाकर लाने को कहा। शाम में पुलिस पदाधिकारी पहुंचे और मामले की जांच-पड़ताल शुरू की।
इस सम्बन्ध में एसडीपीओ पीके मिश्रा ने कहा कि किशोरी की हत्या की गई है। किसने की है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। संदेह उसके स्वजनों पर भी है, क्योंकि पुलिस को सूचना दिए बिना ही शव को दफना दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है या नहीं।
पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में-मराण्डी
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र की नाबालिग आदिवासी बच्ची की हत्या में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। हत्या के साथ सामूहिक दुष्कर्म की भी बात सामने आ रही है। पुलिस इस मामले को ढकने की कोशिश में है। पीडि़ता की मां ने थाने जाकर शिकायत की थी, लेकिन थानेदार ने उन्हें गांव में ही मामले को सुलझा लेने की बात कहकर लौटा दिया था। निराश स्वजनों ने पीडि़ता को दफना दिया। पुलिस के वरीय अधिकारी भी गंभीर नहीं हैं।