पटना: बिहार विधानसभा में मंगलवार को दिनभर विशेष सशस्त्र पुलिस विधयेक पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा देखने को मिला। इस दौरान विपक्षी पार्टी आरजेडी के विधायकों के साथ पुलिस ने काफी धक्का-मुक्की और बदसलूकी भी की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पुलिस के बर्बरतापूर्ण व्यवहार के लिए सरकार पर जमकर हमला बोला।
हालांकि सीएम नीतीश कुमार का साफ कहना था कि सरकार विधेयक पर चर्चा करने को तैयार थी, मगर विपक्ष विधेयक पर अफवाह फैलाने का काम करता रहा। बिहार विधानसभा हंगामे की गूज अभी थमने का नाम नहीं ले रही है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को चेतावनी दी है कि वह बुधवार को बिहार विधानसभा में आरजेडी विधायकों की साथ हुई बदसलूकी का मुद्दा संसद में उठाएंगे।
मनोज कुमार झा ने ट्वीट कर कहा, ‘माननीय मुख्यमंत्री जी..आपके इशारे और इरादे के अनुरूप विधानसभा के अन्दर इस तरह की अमानवीय पुलिसिये हमले की गूंज कल संसद में भी सुनाई देगी. तैयार रहिये…नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इसे मुकम्मल अंजाम तक ले जाकर आपकी विदाई सुनिश्चित करेंगे।’
जानें क्या है मामला
पुलिस को कथित तौर पर बगैर वारंट के गिरफ्तारी की शक्तियां देने वाले एक विधेयक पर मंगलवार को राज्य विधानसभा में हंगामा हुआ। राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ता यहां राजधानी की सड़कों पर उतर आएं। उन्होंने विधान सभा परिसर तक मार्च करने की कोशिश की, जिस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़पें हुई।
सदन में भारी बवाल
मंगलवार सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने विधेयक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने यह मुद्दा उपयुक्त समय पर उठाने का आग्रह किया, जिसे विपक्षी सदस्यों ने अनसुना कर दिया। इस पर सिन्हा ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित कर दी। इस बीच, तेजस्वी और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव और कुछ अन्य विधायकों के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बड़ी तादाद में कार्यकर्ता जे पी गोलंबर पर एकत्र हुए। वहां से उन्होंने विधानसभा परिसर की ओर मार्च किया, जो करीब तीन किमी दूर है।