रांची : झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो करीब 8 महीने बाद चार्टर विमान से चेन्नई से रांची लौटे हैं. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर सीएम हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया. इससे पहले सीएम श्री सोरेन ने शिक्षा मंत्री के डोरंडा स्थित आवास का निरीक्षण भी किया.
पॉजिटिव होने से रिकवर होने तक का सफर
- पिछले साल 28 सितंबर को हुए थे कोरोना पॉजिटिव
- रिम्स में एडमिट के बाद नहीं सुधर रही थी स्थिति
- बेहतर इलाज के लिए मेडिका में कराया गया था शिफ्ट
- 19 अक्टूबर को उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिये रांची से चेन्नई ले जाया गया
- 28 अक्टूबर को मेडिकल बुलेटिन जारी, लंग्स में नहीं हो रहा था सुधार
- 10 नवंबर को उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया
- 9 फरवरी को रिकवर होने के बाद मिली थी उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी
- तबीयत गड़बड़ होने पर दोबारा किया गया था ह़ॉस्पिटल में एडमिट
कोरोना को मात देकर करीब 8 महीने बाद चेन्नई से रांची लौटने पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के चेहरे पर साफ खुशी झलक रही थी. खुशी थी सकुशल अपने घर लौटने की. करीब 8 महीने तक चेन्नई में रहकर इलाज कराने के बाद सोमवार (14 जून, 2021) को रांची लौटे हैं.
सोमवार की सुबह रिम्स के दो चिकित्सक क्रिटिकल केयर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पीके भट्टाचार्य और मेडिसिन विभाग के डॉ अजीत डुंगडूंग चेन्नई के MGM हॉस्पिटल गये. यहां उन्होंने MGM, चेन्नई के डॉक्टर्स से स्वास्थ्य संबंधी हर पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की. इसके बाद शिक्षा मंत्री श्री महतो के साथ वापस रांची लौट आये हैं.
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के रांची लौटने से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री के आवंटित आवास का निरीक्षण किया. रांची के डोरंडा स्थित शिक्षा मंत्री श्री जगरनाथ महतो के आवास पहुंचकर सीएम श्री सोरेन ने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही श्री महतो की स्वास्थ्य की सुरक्षा के अनुकूल व्यवस्था करने का निर्देश संबंधित लोगों को दिया. मुख्यमंत्री ने मेडिकल उपकरणों का भी जायजा लिया.
चेन्नई से लौटने के बाद शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो डोरंडा स्थित नये आवास में रहेंगे. पूर्व यह आवास बीजेपी विधायक नवीन जायसवाल को आवंटित था. कुछ माह पहले ही उन्होंने आवास खाली किया था. आवास के मरम्मत और रंग-रोगन का कार्य पूरा कर लिया गया है.
बता दें कि शिक्षा मंत्री 28 सितंबर, 2020 को कोरोना संक्रमित हुए थे. कोरोना संक्रमित होते ही रांची रिम्स में भर्ती कराया गया था, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होता देख उन्हें रांची के मेडिका में भर्ती कराया गया. लेकिन, कोरेना वायरस फेफड़े को अधिक संक्रमित करने के कारण उन्हें 19 अक्तूबर, 2020 को बेहतर इलाज के लिए चेन्नई ले जाया गया था.
चेन्नई के MGM हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने फेफड़े का प्रत्यारोपण 10 नवंबर, 2020 को किया. इसके बाद से शिक्षा मंत्री श्री महतो के स्वास्थ्य में सुधार होने लगा. इसके बाद हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गयी, लेकिन शिक्षा मंत्री चेन्नई में ही रहे. इस दौरान पूरी स्वस्थ होने और डॉक्टरों की सलाह पर सोमवार को रांची लौटे हैं.