पश्चिमी सिंहभूम: पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर नक्सलियों ने हमला किया है. इस हमले में पूर्व विधायक के दो बॉडीगार्ड शहीद हो गए हैं. गुरुचरण गोयलकेरा के टुनिया गांव में फुटबॉल प्रतियोगिता में अतिथि बन गए थे. बताया जा रहा है कि इस हमले में पूर्व विधायक बाल बाल बच गए.
पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर विधानसभा के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता गुरुचरण नायक पर नक्सलियों ने हमला किया है. 100 की संख्या में आए नक्सलियों ने उस वक्त हमला किया जब गुरुचरण नायक जनता को संबोधित कर रहे थे. जैसे ही हमला हुआ लोग इधर-उधर भागने लगे किसी को समझ नहीं आया कि क्या हुआ है. हमले के बाद शंकर नायक और ठाकुर हेम्ब्रम नाम के दो जवान जो कि पूर्व विधायक के बॉडीगार्ड उन्हें नक्सली उठाकर ले गए और उनके हथियार छीन लिये और बंदूक के बट से पिटाई के बाद उनकी हत्या कर दी है. हालांकि, एक अन्य बॉडीगार्ड और पूर्व विधायक नायक सुरक्षित बच निकले.
चाईबासा जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में अतिनक्सल झिलरूवा गांव में खेलकूद प्रतियोगिता में प्राइज बांटने के लिए पूर्व विधायक गुरुचरण नायक शाम छह बजे गए थे. उसी वक्त नक्सलियों ने वहां फायरिंग शुरू कर दी. पूर्व विधायक दौड़कर छिप गए और अपनी जान बचाई. एसपी अजय लिंडा ने कहा कि अतिनक्सल क्षेत्र में नक्सलियों ने फायरिंग की है फिलहाल वे घटनास्थल पर फोर्स को भेज रहे हैं.
100 की संख्या में आए थे नक्सली – प्रत्यक्षदर्शी
एक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नक्सलियों की संख्या 100 के करीब थी। उनकी माने तो नक्सलियों ने एक बॉडीगार्ड का गला रेतकर मार डाला। वहीं पूर्व विधायक गुरुचरण नायक ने बताया कि नक्सली पहले से ही घात लगाकर बैठे हुए थे। नक्सलियों के द्वारा फायरिंग भी की गई, जिसके बाद किसी तरह जान बचाकर सोनुआ थाना पहुंच घटने की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के द्वारा 4 राउंड फायरिंग की गई जिसके बाद किसी तरह खेत-खलिहान के रस्ते जान बचाकर भागने में सफल हुए।
पहले भी हो चुके हैं हमले
बता दें कि इससे पहले भी विधायक रहने के दौरान नक्सलियों ने उन पर हमला किया था। पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर प्रखंड में एक स्कूल भवन के उद्घाटन और सड़क का शिलान्यास करने गए गुरुचरण पर एक घंटे के अंदर दो बार हमला कर किया था। विधायक की सुरक्षा में साथ गई पुलिस के साथ नक्सलियों की करीब डेढ़ घंटे तक फायरिंग हुई थी। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। हमले की पहली घटना आनंदपुर प्रखंड के नक्सल ग्रस्त हरता गांव में हुई थी। दूसरी बार खटांगबेड़ा गांव में नक्सलियों ने हमला किया था।