अयोध्या में 5वें दीपोत्सव का आगाज हो चुका है। बुधवार सुबह श्रीराम के अयोध्या आगमन को प्रतीकात्मक रूप में दर्शाते हुए भव्य शोभा यात्रा निकली गई। दोपहर में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान (हेलीकाप्टर) से अयोध्या पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेलीपैड से सभी का स्वागत किया। इसके बाद प्रभु राम को रामकथा पार्क तक रथ से लाया गया। यहां भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ। सीएम योगी ने राम का राजतिलक किया। संतों ने भी राजतिलक किया।
अब शाम को दीपोत्सव के कार्यक्रम में दीप जलाने का एक नया रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा। सरयू के किनारे राम की पैड़ी से जुड़े 32 घाट पर करीब 9.51 लाख दीप जलेंगे। वालंटियर इन्हें घाट पर बिछाने का काम पूरा कर चुके हैं।
11 रथों वाली शोभायात्रा निकली, झूमते-नाचते नजर आए लोग
अयोध्या नगरी में भव्य झांकी यात्रा निकाली गई। झांकी में 11 रथ शामिल रहे। रथों पर भगवान राम के जीवन से जुड़े 11 प्रसंग दिखे और कलाकार मंचन करते नजर आए। इस यात्रा को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। झांकियों की शोभायात्रा साकेत पीजी कॉलेज से निकलकर रामकथा पार्क पहुंची है। झांकी में लोक कला के कई रंग देखने को मिले। नाचते-गाते हुए भक्तों ने प्रभु राम का स्वागत किया। इस झांकी को देखने के लिए तमाम श्रद्धालु भी अयोध्या पहुंचे हैं।
प्रत्येक घाट पर 4 प्रतिशत दीप बढ़े, 32 पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी
अवध विश्वविद्यालय के टीचर अंकुर तिवारी का कहना है कि 9 लाख दीयों को जलाने के लिए करीब 36 हजार लीटर तेल की आवश्यकता होगी और उतना तेल इन दीयों में डाला जाएगा। करीब 12 हजार वॉलंटियर इस बार दीप जलाने में लगे है। दैनिक भास्कर ने घाट पर मौजूद वॉलंटियर से बातचीत की।
अवध विश्वविद्यालय के छात्र कीर्तिधर द्विवेदी ने बताया कि 20 से 25 समाजसेवी संगठन से जुड़े लोग, 15 महाविद्यालय और मुख्य रूप से अवध विश्वविद्यालय के सभी विभागों के छात्रों और प्रोफेसर्स की ड्यूटी लगाई गई है। बीते साल 8 हजार थे, इस बार 12 हजार वॉलंटियर हैं। 32 पर्यवेक्षकों को घाटों की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे ही 50 वॉलंटियर पर एक समन्यवक प्रत्येक घाट पर रखे गए हैं। दीपक जलाने के लिए रूई के ऊपर कपूर लगाया जाएगा। कीर्तिधर द्विवेदी बताते है कि प्रत्येक घाट पर तैनात एक वॉलंटियर 75 से 100 दीप जलाएगा और एक नया कीर्तिमान बन जाएगा।