नई दिल्ली : ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने नये साल और क्रिसमस के जश्न पर पाबंदी लगा दी है. अब किसी भी जगह जश्न में 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ ही जश्न मनाये जायेंगे. ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने किसी भी तरह के समारोहों पर रोक लगा दी है. नये साल के मौके पर रेस्टोरेंट और होटलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ ही कोई आयोजन करें.
सम्मेलनों के आयोजन में 50 प्रतिशत की क्षमता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. शादी समारोह में अब 200 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो पायेंगे. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी निर्देश में यह कहा गया है कि कोरोना नियमों का पालन बहुत जरूरी होगा. कार्यालयों और दुकानों में एक बार फिर नो मास्क नो एंट्री का नियम लागू होगा.
प्रशासनिक अधिकारियों को यह सलाह दी गयी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रदेश में कोरोना प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन हो. भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लोगों को ना जाने की सलाह दी गयी है. प्रशासन को यह सलाह दी गयी है कि वे उन इलाकों की तलाश करें जहां कोरोना के मरीजों की संख्या ज्यादा है.
डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा, सभी जिलाधिकारी अपने-अपने अधिकार में आने वाले पूरे क्षेत्र का गहन सर्वेक्षण करेंगे और उन बस्तियों, मोहल्लों के बाजारों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों की पहचान करेंगे, जिनमें कोरोना वायरस और इसके ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने की आशंका है.
आदेश में कहा गया है कि सभी जिलाधिकारी और डीसीपी सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए पर्याप्त संख्या में प्रवर्तन दल तैनात करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक नियमों का पालन करें और कोविड-19 के मामलों को बढ़ने से रोका जा सके.