हैदराबाद स्थित कबाड़ गोदाम में बुधवार के सुबह लगी भीषण आग में बिहार के 11 मजदूरों की जलकर घटनास्थल पर मौत हो गई. जानकारी के अनुसार हादसे में मारे गए सारे मजदूर बिहार के सारण जिले के रहने वाले थे. बताया जाता है कि बुधवार की सुबह हैदराबाद के भोईगुड़ा इलाके में लोहे और प्लास्टिक के कबाड़ के गोदाम में भीषण आग लग गई. आग लगने की वजह से 11 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई.
अहले सुबह लगी थी आग
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि 11 शवों को बरामद किया गया है. ये सभी बिहार के सारण जिला निवासी प्रवासी मजदूर हैं. अधिकारियों के मुताबिक आग सुबह के करीब 4:00 बजे लगी थी, जब सिकंदराद रेलवे स्टेशन के करीब स्थित आवासीय कॉलोनी में बने कबाड़ गोदाम के ऊपरी मंजिल में 13 कर्मचारी सो रहे थे.
कमरे में एक ही सीढ़ी थी, एक ने कूदकर बचाई जान
फायर ब्रिग्रेड की दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, लेकिन आग पर काबू पाने में 3 घंटे लग गए। फायर ब्रिगेड कर्मियों के मुताबिक मजदूर खुद को इसलिए नहीं बचा सके क्योंकि गोदाम में सिर्फ एक घुमावदार सीढ़ी थी, उसमें से केवल एक ही व्यक्ति कमरे से बाहर कूदकर भागने में कामयाब रहा।
घायलों को कराया गया भर्ती
घटना के संबंध में ऐसी जानकारी मिली है कि पुलिस ने जो 11 शव बरामद किए हैं, वो पूरी तरह से जले हुए हैं. वहीं, एक और व्यक्ति के झुलस जाने की बात भी सामने आई है. सभी को तुरंत गांधी अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. इस घटना के संबंध में सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि 11 मजदूरों की मौत होने की बात सामने आई है. हैदराबाद के जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत हुई है. सभी मजदूर अमनौर, मढ़ौरा और मशरख के बताए जा रहे हैं. अब तक पूरी जानकारी नहीं मिली है.
DNA टेस्ट से होगी लाशों की पहचान
फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया कि आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई। लाशों की हालत देखकर लग रहा है कि मजदूरों ने भागने की कोशिश की, लेकिन घने धुएं में सांस लेने के कारण वे बेहोश हो गए। यह दिल दहला देने वाला दृश्य था, क्योंकि लाशों की पहचान नहीं हो पा रही थी। वे एक के ऊपर एक ढेर में थे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि मरने वालों की पहचान के लिए DNA टेस्ट करवाया जाएगा।