उन्होंने कहा कि बहुत कुछ इस बात पर भी निर्भर करेगा कि क्या विदेशी खिलाड़ी यात्रा पाबंदियों और कई तरह के प्रोटोकॉल के बीच भारत आकर इस लीग में खेलना पसंद करेंगे। इन खिलाड़ियों को विदेश से आने के बाद दो सप्ताह के लिए क्वारेंटाइन होना होगा। इन सब मामलों पर अभी स्थिति साफ नहीं है, ऐसे में बीसीसीआई कैसे अभी इस आयोजन के बारे में सोच सकता है। अभी तो मीडिया अटकलें लगा रहा है। स्थिति साफ होने के बाद ही बीसीसीआई मीटिंग कर इस बारे में कुछ सोचेगा।
अरूण धूमल का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में टी20 वर्ल्ड कप होने की संभावना कम ही है। उन्होंने कहा कि ऐसा सिर्फ यात्रा पाबंदियों की वजह से नहीं है। खिलाड़ी लंबे समय से क्रिकेट से दूर है, क्या आप चाहेंगे कि वे बगैर उचित तैयारी के सीधे उतरकर वर्ल्ड कप में हिस्सा ले। इस बारे में सभी क्रिकेट बोर्ड को फैसला लेना होगा। इसके चलते अक्टूबर-नवंबर में यह आयोजन मुश्किल दिख रहा है।