धनबाद। ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउटसोर्सिंग में गुरुवार की रात 11 बजकर 15 मिनट में जोरदार आवाज के साथ लगभग 50 मीटर का दायरा लेते हुए चार फीट जमीन धंस गई। इसमें अजय यादव का खटाल ध्वस्त हो गया। हालांकि इस दौरान उनके दो भाई अरविंद यादव व सुनील यादव बाल-बाल बच गए हैं और उनके मवेशी भी सुरक्षित हैं। इस घटना से रात में अवैध कोयला काटने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई। घटना के समय सैकड़ों लोग कोयला काट रहे थे। भू-धंसान के बावजूद शुक्रवार की सुबह भी अवैध कोयला उत्खनन करने में लोग लगे हुए थे।
अजय यादव व उनके स्वजनों ने बताया कि गुरुवार की रात जोरदार आवाज के साथ जमीन में कंपन होने लगी। जब तक हम लोग समझ पाते तब तक हमारा खटाल व उसके बगल के आवास की दीवारें गिरने लगीं। उसे देख हम लोग घर से निकल भागे। बगल के आवास में सो रहे अरविंद व सुनील यादव फंस गए। वे लोग जैसे-तैसे कर निकले। उसके बाद खटाल में फंसे मवेशियों को बाहर निकाला।
उन्होंने बताया कि करीब दो लाख रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। बता दें कि हावड़ा-नई दिल्ली मुख्य मार्ग से मात्र 300 मीटर की दूरी पर चालू कापासारा आउटसोर्सिंग में अवैध खनन की जाती है। इसमें सैकड़ों की संख्या में बाहरी मजदूरों को बुलाकर कोयला कटा कर आसपास के स्थानीय भट्टे में पहुंचाया जाता है।
कब-कब हुईं भू-धंसान की घटनाएं
- 18 नवंबर, 2022 को 200 मीटर का दायरा लेते हुए पांच फीट जमीन धंसी, लेकिन जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
- 30 दिसंबर, 2022 को 30 मीटर का दायरा लेते हुए चार फीट जमीन धंसी।
- 08 जनवरी, 2023 को बंगाल बिहार धौड़ा जाने वाली सड़क पर 30 मीटर का दायरा लेते हुए पांच फीट जमीन धंसी। इसमें 24 आवासों का नुकसान पहुंचा।
- 22 जनवरी, 2023 को 100 मीटर की लंबाई व 30 मीटर चौड़ाई का दायरा लेते हुए 10 मीटर जमीन धंसी।
- 26 जनवरी, 23 को 50 मीटर लंबा व 20 मीटर चौड़ाई का दायरा लेते हुए चार फीट जमीन धंसी