मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज जामताड़ा में आयोजित ‘आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत जामताड़ा और दुमका जिलों को 850 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने जामताड़ा को जहां 700 करोड़ की योजनाएं के उद्घाटन और शिलान्यास की सौगात दी, वहीं दुमका को 150 करोड़ की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास की सौगात मिली। कार्यक्रम के दौरान मंच पर विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो, मंत्री सत्यानन्द भोक्ता और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री हेमंत ने इस मौके पर लोगों को सम्बोधित करते हुए पूर्व की झारखंड की सरकारों को तो आड़े हाथों लिया ही, अपनी सरकार की उपलब्धियां भी उन्होंने गिनायीं। हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार बनने के पहले के 20 वर्षों में झारखंड के गरीबों के लिए काम नहीं करने के लिए पूर्व की सरकारों पर जमकर हमला बोला। इतना ही नहीं, उन्होंने इस दौरान केन्द्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने गरीब झारखंड के लिए कुछ नहीं किया। हमें झारखंड के गरीबों के लिए पीएम आवास योजना के लिए केन्द्र के आगे नाक रगड़ा, लेकिन वहां से कुछ नहीं मिला। तब हमने यहां के गरीबों को अबुआ आवास बनाकर देना शुरू किया। केन्द्र सरकार झारखंड से लेना जानती है, उसे देना नहीं आता। झारखंड की रायल्टी के 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं, लेकिन उसने नहीं दिया। हमने पैसा मांगा तो हमें जेल में डाल दिया। हमारे लोगों को परेशान करने के लिए जांच एजेंसियों को पीछे लगा दिया।
सीएम हेमंत सोरेन ने गिनायीं अपनी सरकार की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिछले चार सालों की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। उन्होंने बताया कि किस प्रकार उनकी सरकार बनते ही कोरोना आ गया, लेकिन उन्होंने दिन-रात एक करके लोगों की मदद की। जब स्थिति सामान्य होने लगी तब गांव-गांव में शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं का जाना और उसके अनुसार उनका समाधान भी करना शुरू किया। लोगों की मदद के लिए आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार लायी गयी और लोगों की जरूरतों के अनुसार उनकी मदद की जा रही है। गरीबों की सुध लेने वाला कोई नहीं था। हमने गांव-गांव में अधिकारियों को भेजा और उनकी समस्याओं को जाना। हमारी सरकार शहरों से नहीं गांवों से चल रही है, इसलिए उसका लाभ भी लोगों को मिल रहा है।
राज्य में लोगों को ठीक से पेंशन नहीं मिल रही थी। हम लोगों को चिह्नित कर लोगों को समय पर पेंशन दे रहे हैं। बुजुर्गों के सर्वजन योजना पेंशन का लाभ मिल रहा है। 18 साल से 49 साल की महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना से जोड़ा गया। आज 28 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है। हमने न सिर्फ 200 यूनिट बिजली बिल माफ किया, बल्कि इनका बकाया बिल भी माफ कर दिया। हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में हम हर परिवार को 1 लाख रुपया देने जा रहे हैं।