झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और रांची विधायक सीपी सिंह को एक मार्मिक पत्र लिखकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। पत्र में उन्होंने सीपी सिंह को न सिर्फ़ अपना मार्गदर्शक बताया, बल्कि भाजपा पर उन्हें बार-बार नजरअंदाज करने का आरोप भी लगाया।
डॉ. अंसारी ने पत्र में लिखा कि वह वर्षों से सीपी सिंह को जानते हैं और हमेशा उन्हें पिता के समान मानते रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में सीपी सिंह ने उन्हें रास्ता दिखाया और सही-गलत का फर्क समझाया।
“नेता प्रतिपक्ष बनना चाहिए था, लेकिन नहीं बनाया गया”
पत्र में डॉ. अंसारी ने इस बात पर अफसोस जताया कि सीपी सिंह जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता को भाजपा में वह सम्मान नहीं मिल रहा, जिसके वह असली हकदार हैं। उन्होंने कहा, “आपको नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना चाहिए था, लेकिन नहीं बनाया गया। प्रदेश अध्यक्ष बनने का अवसर भी नहीं दिया गया।”
भाजपा पर स्वर्ण समाज की उपेक्षा का आरोप
डॉ. अंसारी ने सवाल उठाया कि क्या सिर्फ जाति ही सीपी सिंह की उपेक्षा का कारण बन रही है? क्या भाजपा अब स्वर्ण समाज को किनारे कर रही है?
“विचारधारा अलग, लेकिन रिश्ता कायम”
पत्र के अंत में उन्होंने भावुक होते हुए लिखा, “आप भाजपा में हैं, मैं कांग्रेस में विचारधाराएं भले अलग हों, लेकिन आपका मेरे साथ रिश्ता एक बेटे का है। और एक बेटा तब चुप नहीं रह सकता, जब उसके मार्गदर्शक का अपमान हो रहा हो।”
उन्होंने यह भी कहा कि जिस पार्टी में सम्मान न मिले, वहां रुकने का कोई तुक नहीं है। “आपका अपमान केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे झारखंड और राजनीति का अपमान है,” उन्होंने लिखा।