राँची। झारखंड की राजधानी में स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, होटवार जेल में तैनात कक्षपाल (Warder) राहुल कश्यप को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। जेल आईजी सुदर्शन मंडल ने गुरुवार को इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी करते हुए राहुल की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का निर्देश दिया।
जारी आदेश में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि राहुल कश्यप को विभाग की ओर से किसी भी प्रकार का भुगतान या सेवा लाभ नहीं दिया जाएगा। इस सख्ती भरे निर्णय के बाद जेल विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और मामले की चर्चा राजनीतिक व प्रशासनिक हलकों में भी तेज़ी से हो रही है।
क्या है पूरा मामला?
हालांकि, बर्खास्तगी के पीछे के ठोस कारणों का खुलासा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन जेल प्रशासन के स्तर पर इस कार्रवाई को अनुशासनहीनता एवं विभागीय मानकों के उल्लंघन से जोड़कर देखा जा रहा है। उच्च स्तर पर लिए गए इस फैसले को संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है, ताकि जेल कर्मियों में अनुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
जेल विभाग का सख्त रुख
जेल आईजी सुदर्शन मंडल के जारी आदेश से यह स्पष्ट होता है कि कारागार विभाग अब अनुशासन तोड़ने वालों के खिलाफ किसी भी स्तर पर नरमी बरतने के मूड में नहीं है।
इस आदेश से पूरे जेल तंत्र में यह मैसेज गया है कि—
✔ विभागीय नियमों के उल्लंघन पर तत्काल एक्शन होगा
✔ दोषी कर्मियों को सेवा लाभ से भी वंचित किया जाएगा
✔ जांच और कार्रवाई में पूर्ण पारदर्शिता और सख्ती रखी जाएगी
पिछले कुछ महीनों में बढ़ी अनुशासन पर कार्रवाई
झारखंड में होटवार जेल पहले भी प्रशासनिक गतिविधियों, सुरक्षा व्यवस्था और विभागीय कदमों को लेकर सुर्खियों में रही है। इस ताज़ा कार्रवाई से यह संकेत भी मिल रहा है कि विभाग लगातार व्यवस्थागत सुधार पर जोर दे रहा है और गलत कार्यों को बर्दाश्त नहीं करेगा।

