मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. जस्टिस चंद्रशेखर झा की अदालत ने पटना के पचमहला फायरिंग मामले में उनकी बेल को मंजूर कर लिया है. ऐसे में अब उनका जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो गया है. औपचारिकता पूरी होने के बाद जल्द ही उनकी रिहाई हो सकती है.
किस मामले में बेल?: यह मामला 22 जनवरी 2025 का है. नौरंगा गांव के स्थानीय दबंग सोनू और मोनू के साथ उनके समर्थकों की भिड़ंत हो गई थी. असल में सोनू-मोनू ने मुकेश सिंह नाम के शख्स के घर पर ताला लगा दिया था. मुकेश उनके ईंट भट्ठे पर मुंशी का काम करता था. दोनों ने उस पर 68 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाया था. मुकेश ने थाने में रिपोर्ट कराने के बाद अनंत सिंह से भी मदद मांगी थी. इसी मामले में जब पूर्व विधायक पहुंचे तो दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई.
दोनों पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी: करीब 70 राउंड फायरिंग हुई थी. जिसके बाद 23 जनवरी 2025 को मुकेश के घर पर दोबारा गोलीबारी हुई. इस मामले में पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार कर भागलपुर जेल भेज दिया था. वहीं गोलीबारी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके आधार पर पूर्व विधायक अनंत सिंह पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था.
जेल से बाहर आने का रास्ता साफ: अगले ही दिन यानी 24 जनवरी को अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. अब 6 महीन बाद उनको जमानत मिली है, जिसके बाद वह कभी भी रिहा हो सकते हैं. हालांकि बीच में 30 अप्रैल 2025 को पारिवारिक शादी समारोह में शामिल होने के लिए उनको पैरोल मिली थी.
जेडीयू के साथ खड़े हैं अनंत: हालांकि जनवरी 2024 में जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था, तब विश्वास मत प्रस्ताव के दौरान आरजेडी के जिन तीन विधायकों ने सरकार के पक्ष में वोटिंग की थी, उनमें नीलम देवी भी शामिल हैं. नीलम देवी और अनंत सिंह फिलहाल जेडीयू और नीतीश कुमार का समर्थन करते हैं. वैसे पूर्व विधायक कह चुके हैं कि वह खुद 2025 में मोकामा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में देखना होगा कि जेडीयू से टिकट मिलता है या निर्दलीय ही मैदान में उतरेंगे?