राजधानी रांची के धुर्वा स्थित झारखंड पुलिस मुख्यालय के डाटा सेंटर में मंगलवार सुबह अचानक आग लग गई। आग लगने से पूरे प्रशासनिक तंत्र में हड़कंप मच गया। शुरुआती जानकारी के अनुसार, आग की शुरुआत ऊपर बने डेवलपमेंट रूम से हुई और देखते ही देखते डाटा सेंटर तक फैल गई।
शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण बताया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग लगते ही पूरे परिसर में धुआं फैल गया और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना में डाटा सेंटर में रखे करीब 40 कंप्यूटर, 10 एयर कंडीशनर और अन्य महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जलकर खाक हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, नुकसान करोड़ों रुपये का आंका जा रहा है।सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि डाटा सेंटर में पुलिस विभाग से जुड़े कई अहम रिकार्ड, सर्वर और तकनीकी सिस्टम मौजूद थे। अधिकारियों का दावा है कि डेटा का बैकअप सुरक्षित है, लेकिन इसकी वास्तविक स्थिति जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। अगर बैकअप सुरक्षित नहीं रहा, तो यह पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, आईटी विभाग की टीम और तकनीकी विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे और नुकसान का आकलन शुरू कर दिया।
वहीं, राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और सुरक्षा मानकों की समीक्षा करने की बात कही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।विशेषज्ञों का मानना है कि डाटा सेंटर जैसी संवेदनशील इकाई में सुरक्षा और अग्नि शमन की पर्याप्त व्यवस्था अनिवार्य है। इस घटना ने प्रशासन को तकनीकी संरचनाओं की सुरक्षा पर गंभीरता से विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।