Ranchi: दसवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया, रांची के आश्रम में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें 450 से भी अधिक लोगों ने भाग लिया. कई ऐसे थे, जिन्होंने पहली बार इसमें भागीदारी की. योगदा आश्रम में योग दिवस की शुरुआत उत्साहपूर्ण ढंग से हुई. सबसे पहले योगदा सत्संग के संस्थापक श्री परमहंस योगानंद तथा अत्यंत लोकप्रिय पुस्तक योगी कथामृत के बारे में जानकारी के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ. कार्यक्रम में आगंतुकों को योग ध्यान के मूल सिद्धांतों से परिचित कराया गया.
वरिष्ठ संन्यासी स्वामी ईश्वरानंद गिरि ने “ध्यान योग द्वारा संतुलन एवं शांति प्राप्त करना” विषय पर मार्गदर्शन दिया. योग के माध्यम से अनुभव की जा सकने वाली शांति से परिचय कराने को स्वामीजी ने हिन्दी में एक निर्देशित ध्यान सत्र का संचालन किया. इस दौरान सही मुद्रा का अभ्यास, प्रारंभिक श्वसन व्यायाम और अन्य जानकारियां दीं.
इस शान्त आश्रम में एक रविवार को प्रातःकाल उत्साहपूर्ण ढंग से अनेक सत्यान्वेषियों को आकर्षित करते हुए, यह अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम श्री श्री परमहंस योगानन्द—वाईएसएस के संस्थापक और अत्यन्त लोकप्रिय पुस्तक योगी कथामृतके लेखक—के परिचय के साथ प्रारम्भ हुआ।
नवागन्तुकों को योग के माध्यम से अनुभव की जा सकने वाली शान्ति से परिचित कराने के लिए, स्वामीजी ने हिन्दी में एक निर्देशित ध्यान सत्र का संचालन किया, जिसमें सही मुद्रा का अभ्यास, प्रारम्भिक श्वसन व्यायाम, एक प्रतिज्ञापन और एक मानसदर्शन सम्मिलित था।
इस कार्यक्रम के यूट्यूब से सीधे प्रसारण के माध्यम से भी इस आध्यात्मिक संस्था के देशव्यापी आश्रमों, केन्द्रों और मण्डलियों से लगभग400लोगों ने भाग लिया और अंत मे वाईएसएस ने सत्य की खोज करने वालों को आमन्त्रित किया कि वे वाईएसएस मार्ग द्वारा गृह-अध्ययन पाठमाला के माध्यम से प्रदान की जाने वाली इन क्रियायोग शिक्षाओं के विषय में वाईएसएस वेबसाइट के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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