रांची: शहर अभी नींद में डूबा था, सन्नाटा पसरा हुआ था… तभी रात के अंधेरे को गोलियों की आवाज़ ने चीर दिया। बालसिरिंग इलाके में तड़के सुबह रांची पुलिस और कुख्यात सुजीत सिन्हा गैंग के बीच हुई मुठभेड़ ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। यह कोई साधारण रात नहीं थी — यह वो रात थी जब कानून और अपराध आमने-सामने थे।
🔍 एक सूचना जिसने सबकुछ बदल दिया
रविवार की आधी रात, एसएसपी राकेश रंजन को खुफिया इनपुट मिला कि सुजीत सिन्हा गैंग के कुछ सदस्य किसी बड़ी वारदात की तैयारी में हैं। आदेश तुरंत जारी हुआ —
“टीम को अलर्ट करो, आज इन्हें हर हाल में पकड़ना है।”
कुछ ही मिनटों में पुलिस सड़कों पर उतर आई। शहर के कई हिस्सों में नाकाबंदी शुरू कर दी गई। हर गाड़ी, हर बाइक की गहन तलाशी ली जा रही थी।
🚨 एक बाइक और पहला सुराग
रात करीब दो बजे, पुलिस की नज़र एक संदिग्ध बाइक पर पड़ी जो बालसिरिंग की ओर जा रही थी। रुकवाने पर सवार युवक घबरा गया। पूछताछ में उसने बताया —
“मेरा नाम सोनू है… बाकी सब बालसिरिंग में हैं, पार्टी चल रही है।”
बस, यही था वो सुराग जिसने पुलिस को गैंग तक पहुंचाने का रास्ता दिखा दिया।
🔫 गोलियों की तड़तड़ाहट से कांप उठा जंगल
सोनू की निशानदेही पर पुलिस टीम बालसिरिंग पहुंची। चारों ओर घना अंधेरा और सन्नाटा था। अचानक झाड़ियों के पीछे से गोलियां चलने लगीं।
गैंग के सदस्यों ने पुलिस को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की।
करीब पांच मिनट तक गोलियों की आवाज़ जंगल में गूंजती रही। फिर एक चीख सुनाई दी —
“आफताब को गोली लग गई!”
गैंग का बदनाम सदस्य आफताब पैर में गोली लगने से घायल हो गया। बाकी अपराधियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की घेराबंदी इतनी सख्त थी कि सभी को पकड़ लिया गया।
👮♂️ एसएसपी का सख्त संदेश
मुठभेड़ के बाद एसएसपी राकेश रंजन ने सख्त चेतावनी दी —
“रांची में अपराध के लिए अब कोई जगह नहीं है। या तो सरेंडर करो, या गोली झेलो।”
उनका यह बयान पूरे शहर में गूंज गया — यह साफ संकेत था कि अब अपराधियों के दिन लद चुके हैं।
💣 पुरानी दुश्मनी और वायरल वीडियो का कनेक्शन
जानकारी के अनुसार, यही गिरोह कुछ दिन पहले डोरंडा इलाके में हुई फायरिंग में शामिल था। उस वारदात में मोनू राय के घर पर गोलीबारी की गई थी।
घटना के बाद गैंग ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की थी।
लेकिन रांची पुलिस की इस कार्रवाई ने उनकी पूरी चुनौती का जवाब फायरिंग से दिया।
🌅 बालसिरिंग की सुबह — जब कानून ने जीत दर्ज की
सुबह जब सूरज उगा, तो बालसिरिंग का इलाका पुलिस की गाड़ियों, सायरनों और जांच टीमों से घिरा था।
गांव के लोग घरों से बाहर निकले — किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि कल रात जिनका नाम सुनकर लोग सहम जाते थे, वे अब हथकड़ियों में जकड़े खड़े हैं।
यह वही सुबह थी जब अपराध कानून के आगे नतमस्तक हो गया।