भावनगर: कोरोना संकट के बीच देश के अस्पतालों में आग लगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. अब गुजरात के भावनगर स्थित अस्पताल में आग लग गई. बताया जा रहा है कि देर रात करीब 12 बजे अस्पताल की तीसरी मंजिल के एक कमरे में आग लगी, जहां आईसीयू बेड थे. इस घटना के वक्त अस्पताल के आईसीयू में 70 से ज्यादा मरीज भर्ती थे. गनीमत यह रही है कि इन सभी मरीजों को समय रहते हुए सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, अन्यथा यहां बड़ा हादसा हो सकता था. बाद में इन रोगियों को अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया.
यह घटना भावनगर के जनरेशन अस्पताल में हुई, जिसे कोविड केयर सेंटर में बदला गया है. बताया जा रहा है कि आय अस्पताल के आईसीयू में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी. आग लगने से इस कोविड केंद्र में रहने वाले रोगियों में भय का माहौल बन गया. आनन फानन में आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई. जिसके बाद दमकल के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और आग को बुझाया. अग्निशमन विभाग ने तीसरी मंजिल से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को बचाया और एक बड़ी दुर्घटना टल गई.
अस्पताल में कई मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे, जिन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही बाहर लाया गया. जिसके बाद इन मरीजों को तुरंत दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया. अग्निशमन विभाग ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग को बुझा लिया. इस घटना की जानकारी जब रोगियों के परिवारों को मिली तो वे भी बड़ी संख्या में वहां आ गए. आग बुझने के बाद परिवार वाले घबरा गए, लेकिन सभी मरीजों को दूसरे अस्पताल में भेज दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम में अस्पताल की तत्परता से किसी भी मरीज की जान नहीं गई.
ज्ञात हो कि इससे पहले गुजरात के भरूच जिले के कोविड अस्पताल में आग लगने से कम से कम 16 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी. आधी रात को आईसीयू वार्ड में आग लगने पर 50-60 से अधिक मरीजों को पटेल कल्याण अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि अस्पताल में आग के लिए एनओसी नहीं थी. राज्य की राजधानी अहमदाबाद से लगभग 190 किलोमीटर दूर भरूच-जंबूसर राजमार्ग पर कोविद अस्पताल में आधी रात को आग लगी थी. आईसीयू में भर्ती किए गए 14 गंभीर कोविड रोगियों में से लगभग 16 की आग में झुलसने से मौत हो गई थी, जो संभवत: लीक हुए ऑक्सीजन सिलेंडर से हुई थी. लेकिन उस पर कोई पुष्टि नहीं हुई.