रांची: पंद्रह लाख के इनामी रिजनल नक्सली कमाण्डर मिथिलेश सिंह उर्फ़ दुर्योधन महतो उर्फ़ बड़का दा ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष शुक्रवार को रांची में आत्मसमर्पण किया । यह नक्सली कमांडर लोहरदगा, गुमला और लातेहार के नक्सल प्रभावित इलाकों में आतंक का पर्याय माना जाता था।
नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में पुलिस इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रही है। आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि नक्सली संगठनों में व्याप्त शोषण और झारखण्ड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में नक्शली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति के प्रचार – प्रसार के लिए पुलिस नक्सलियों के घरों तक पहुँच रही है।
आत्मसमर्पण के बाद इनामी नक्सली कमाण्डर मिथिलेश सिंह उर्फ़ दुर्योधन महतो उर्फ़ बड़का दा ने मीडिया से कहा कि माओवादी संगठन अब सिद्धांत विहीन हो चुके हैं।